Jammu Kashmir: DRDO का कोविड अस्पताल बड़गाम में नहीं अब खोनमोह में बनेगा, यह है इसकी वजह

ड़गाम में प्रस्तावित 500 बिस्तर वाले कोविड अस्पताल का निर्माण डीआरडीओ नहीं करेगा। डीआरडीओ अब यह अस्पताल श्रीनगर के बाहरी खोनमोह में एक निजी संस्थान के प्री-फैब्रिकेटिड ढांचे में बनेगा। प्रशासन के इस फैसले से बड़गाम में लोगों मे रोष पैदा हो गया है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 04:28 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 08:28 PM (IST)
Jammu Kashmir: DRDO का कोविड अस्पताल बड़गाम में नहीं अब खोनमोह में बनेगा, यह है इसकी वजह
डीआरडीओ ने जम्मू कश्मीर में 500-500 बिस्तर वाले दो कोविड अस्पताल बनाने का फैसला किया है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। DRDO Covid Hospital: बड़गाम में प्रस्तावित 500 बिस्तर वाले कोविड अस्पताल का निर्माण डीआरडीओ नहीं करेगा। डीआरडीओ अब यह अस्पताल श्रीनगर के बाहरी खोनमोह में एक निजी संस्थान के प्री-फैब्रिकेटिड ढांचे में बनेगा। प्रशासन के इस फैसले से बड़गाम में लोगों मे रोष पैदा हो गया है। अलबत्ता, प्रशासन ने दावा किया है कि बड़गाम में जिस जगह अस्पताल का निर्माण होना था, उस जमीन को लेकर संबंधित इंजीनियरों की रिपोर्ट सही नहीं है। उन्होंने बताया कि जमीन दलदली है, इसलिए अस्पताल जैसा अहम ढांचा तैयार नहीं किया जा सकता।

भगवती नगर जम्मू में अस्पताल का निर्माण कार्य जारी है

उल्लेखनीय है कि डीआरडीओ ने जम्मू कश्मीर में 500-500 बिस्तर वाले दो कोविड अस्पताल बनाने का फैसला किया है। डीआरडीओ ने भगवती नगर जम्मू में अस्पताल का निर्माण कार्य जारी है। कश्मीर संभाग में डीआरडीओ ने बड़गाम जिले के रेशीपोरा में ग्रामीणों द्वारा करीब डेढ़ दशक पहले प्रदान की गई जमीन पर इसे बनाने का फैसला किया था। करीब 80 कनाल जमीन पर अस्पताल के निर्माण के लिए संबंधित प्रशासन ने एप्रोच रोड तैयार करने का काम करते हुए कई हरे भरे पेड़ भी काट दिए। मंडलायुक्त कश्मीर पीके पोले और जिला उपायुक्त बड़गाम शहबाज मिर्जा ने 4 मई 2021 को रेशीपोरा का दौरा कर कोविड अस्पताल के लिए शुरू किए गए कार्यों का जायजा भी लिया था।

35 दिन में 500 बिस्तर वाला कोविड अस्पताल तैयार करने का लक्ष्य रखा 

रेशीपोरा में डीआरडीओ ने करीब 35 दिन में सभी आवश्यक सुविधाओं से लैस 500 बिस्तर वाला कोविड अस्पताल तैयार करने का लक्ष्य रखा हुआ था। करीब चार-पांच दिन पहले अचानक ही अस्पताल का निर्माण कार्य बंद हो गया। प्रशासन ने अब यह अस्पताल रेशीपोरा के बजाय खोनमोह श्रीनगर में बनाने का फैसला किया है। इससे स्थानीय लोगों मे रोष पैदा हो गया। वह आरोप लगा रहे हैं कि प्रशासन ने यह कदम कश्मीर के एक प्रभावशाली बिजनेसमैन को फायदा पहुंचाने के लिए उठाया है। उस बिजनेसमैन का खोनमोह में एक प्री-फैब्रीकेटिड ढांचा तैयार खड़ा है। इसी ढांचे में अब डीआरडीओ का कोविड अस्पताल बनने जा रहा है।

यह जमीन ठीक नहीं है और दलदली भी है

जिला उपायुक्त बड़गाम शहबाज मिर्जा ने कहा कि रेशीपोरा बड़गाम में जहां हमने डीआरडीओ के अस्पताल का निर्माण शुुरु किया था, वह जिला अस्पताल बड़गाम के लिए चिन्हित है। इस जमीन पर गत 2 मई को पेड़ों क कटाई हुई और 3 मई को मिट्टी की जांच शुरु की गई। यह जमीन ठीक नहीं है और दलदली भी है। ऐसी जमीन पर अस्पताल तैयार करने में समय लगेगा जबकि हमें 31 मई तक डीआरडीओ का अस्पताल तैयार करना है। कोविड का संक्रमण जिस तेजी से फैल रहा है, उसे देखते हुए हमें जल्द सेे जल्द अस्पताल तैयार करना है। खोनमोह में एक ढांचा तैयार है, उसे इस्तेमाल करने से समय बचेगा और अंतत: लोगों को ही फायदा होगा।

रेशीपोरा में जिला अस्पताल के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार

जिला विकास परिषद के चेयरमैन नजीर अहमद खान ने कहा कि मंडलायुक्त कश्मीर पीके पोले ने खुद जगह का जायजा लिया था। उन्होंने खुद कहा था कि यह जगह सही है, यहां पर अस्पताल बनना चाहिए। अब खोनमोह में अस्पताल बनाया जा रहा है, वह इलाका तो पहले ही बहुत प्रदूषित है। वहां आसपास सीमेंट के कारखाने और अन्य फैक्टरियां भी हैं। खोनमोह से कुछ ही दूरी पर एम्स भी है। रेशीपोरा बड़गाम और इसके साथ सटे इलाकों में कोई बड़ा अस्पताल नहीं है। यह बड़गाम के साथ अन्याय है। जिला उपायुक्त बड़गाम ने कहा कि रेशीपोरा में जिला अस्पताल के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार है, उसे जैसे ही मंजूरी मिलेगी, हम वहां अस्पताल का निर्माण शुरू कर देंगे।

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