डॉ यासिर ने लोगाें को दी सलाह- अवसाद से बचना है तो परिवार के साथ समय बिताएं
डा. यासिर ने कहा कि सरकार और डाक्टर इन हालात से निपटने के लिए अपना सब कुछ लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लाकडाउन के कारण लोग परेशान हैं।उन्होने लोगों से अनुरोध किया कि वे ऐसे मुद्दों पर न सोचें जिनका समाधान उनके पास नहीं है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: श्रीनगर के मनोरोग अस्पताल के विशेषज्ञ डा. यासिर राथर का कहना है कि कोविड में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। दूसरी लहर में लगातार बढ़े मामलों और अधिक मौतों के कारण लोगों में भय उत्पन्न हुआ। लोग अवसाद में आए।
उन्होंने कहा कि अपने श्वांस तंत्र के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की जरूरत है। इसी भय के कारण लोगों ने घरों में आश्वयक सामान जमा करना शुरू कर दिया। आक्सीजन के सिलेंडर तक लोग घरों में रखने लगे। इससे हालात और खराब हुए और समाज में भय अधिक उत्पन्न हुआ। उन्होंने लोगों से बिना कारण घरों में चीजें जमा न करने को कहा।
डा. यासिर ने कहा कि सरकार और डाक्टर इन हालात से निपटने के लिए अपना सब कुछ लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लाकडाउन के कारण लोग परेशान हैं।उन्होने लोगों से अनुरोध किया कि वे ऐसे मुद्दों पर न सोचें जिनका समाधान उनके पास नहीं है। इससे तनाव और बढ़ता है। लोग इन हालात में अपने परिवार और बच्चों के साथ समय बिताएं। इससे मानसिक तनाव भी नहीं होगा और अवसाद जैसी स्थिति भी नहीं होगी। उन्होंने लोगों से नियमित रूप से व्यायाम करने, सही समय पर सोने और पौष्टिक आहार लेने को कहा।
लोगों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क गठित: जम्मू कश्मीर रिजर्वड कैटेगरी इंप्लाइज एसोसएिशन ने कोरोना के संकटकाल में लोगों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क का गठन किया है। इसके तहत जरूरतमंद लोगों की सहायता की जाएगी। सदस्यों से कहा गया है कि वे अपना भरपूर सहयोग व समय दें ताकि गरीब लोगों का पूरी मदद की जा सके। इन दिनाें वैसे भी जम्मू कश्मीर रिजर्वड कैटेगरी इंप्लाइज एसोसएिशन परेशान लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था कर रहा है।
दूर दराज के लोगों तक सहायता पहुंचाने के लिए सांबा, कठुआ, जममू, चिनाब वेली, अखनूर से कार्यकर्ता जुडें हैं और अपने अपने काम में जुटे हुए हैं। कार्यकारी प्रधान प्रो. जीएल थापा ने कहा कि यह संकट का समय है। हमें लोगों की सहायता करनी है और इन लोगों का टीकाकरण कराने में भी सहायता करनी है। वहीं सरकारी तंत्र का सहयोग किया जा रहा है जोकि इस संकट के दौर में लोगों की भलाई के काम में जुटी हुई है।