Jammu: डा. जितेंद्र सिंह बोले, 20वीं सदी की मानसिकता के साथ 21वीं सदी के अवसरों का लाभ नहीं उठाया जा सकता

डा. सिंह ने शनिवार को जम्मू विश्वविद्यालय द्वारा जोरावर सिंह सभागार में अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित भारत में युवा योगदान विषय पर संगोष्ठी में कही। उन्होंने कहा कि जब तक मानसिकता में बदलाव नहीं किया जाएगा तब तक अपेक्षित परिणाम नहीं देंगे।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 08:30 PM (IST) Updated:Sat, 13 Nov 2021 08:30 PM (IST)
Jammu: डा. जितेंद्र सिंह बोले, 20वीं सदी की मानसिकता के साथ 21वीं सदी के अवसरों का लाभ नहीं उठाया जा सकता
डा. सिंह ने कहा कि दुनिया में कोई भी सरकार हर युवा को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 20वीं सदी की मानसिकता के साथ 21वीं सदी के अवसरों का लाभ नहीं उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत में सामने आ रहे नए अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम होने के लिए आने वाले वर्षों में युवाओं में सही मानसिकता विकसित करना महत्वपूर्ण है।

यह बात डा. सिंह ने शनिवार को जम्मू विश्वविद्यालय द्वारा जोरावर सिंह सभागार में अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित भारत में युवा योगदान विषय पर संगोष्ठी में कही। उन्होंने कहा कि जब तक मानसिकता में बदलाव नहीं किया जाएगा तब तक अपेक्षित परिणाम नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि आज के आकांक्षी भारत में युवाओं के लिए वर्तमान मंत्र आकांक्षा, नवाचार और प्रतिस्पर्धा है।डा. सिंह ने कहा कि दुनिया में कोई भी सरकार हर युवा को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एक जिम्मेदार सरकार ने आजीविका के अवसर प्रदान करने के लिए कई पहल की हैं जो सरकारी नौकरी से भी अधिक आकर्षक हैं। मगर इन रास्तों का लाभ उठाने के लिए युवाओं को अपनी मानसिकता को सरकारी नौकरी के चंगुल से मुक्त कराने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि इसके लिए माता-पिता को भी शिक्षित होने की जरूरत है और साथ ही राजनेताओं और नेताओं को भी सरकारी नौकरी का झूठा आश्वासन देने से खुद को रोकने की जरूरत है।डा सिंह ने कहा कि भारत अपनी आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है और स्वतंत्र भारत के 100 साल के होने से पहले अगले 25 वर्षों के लिए रोड मैप तैयार करने का समय आ गया है। आज भारत के युवाओं के लिए यह एक गर्व का विशेषाधिकार और अवसर है कि वे 2047 में भारत के निर्माण में योगदान करने में सक्षम हैं। भारत विश्व समुदाय में एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में खड़ा है।

सिंह ने कहा कि आज के युवाओं के लिए सबसे बड़ा फायदा यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने तेजी से प्रगति की है जिसे पूरी दुनिया स्वीकार करती है और आज भारत को एक ताकत के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया में कहीं भी सबसे प्रभावशाली और लोकप्रिय राष्ट्राध्यक्ष के रूप में सार्वभौमिक और सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया है।डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि युवाओं की हर पीढ़ी का योगदान है और इस योगदान की प्रकृति उस युग से निर्धारित होती है जिसमें वह पैदा हुआ है और जिस मानसिकता से देश गुजर रहा है। उन्होंने कहा स्वतंत्रता के समय, उस युग के युवाओं को भारत की स्वतंत्रता को बनाए रखने और इसे एक प्रगतिशील लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में स्थिर करने की चुनौती उस समय सौंपी गई थी जब दुनिया के कई लोकतंत्र ढह रहे थे। सर विंस्टन चर्चिल सहित ने भविष्यवाणी की थी कि एक लोकतंत्र के रूप में भारत में 50 वर्षों तक भी जीवित रहने की क्षमता नहीं है।

उन्होंने कहा कि दूसरी ओर, आज 2021 के युवाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पिछले 7 वर्षों में जो हासिल किया है और पिछले 70 वर्षों की चूक की भरपाई करने की जिम्मेदारी दी है।डॉ जितेंद्र सिंह ने आज भारतीय युवाओं को विशेषाधिकार प्राप्त बताते हुए कहा कि उनके पास जीवन के अगले सक्रिय वर्षों को भारत के निर्माण में योगदान देने का अनूठा अवसर है।डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, नवाचार, जैव प्रौद्योगिकी में अन्य सभी देशों से आगे है। भारत ने न केवल पहली डीएनए वैक्सीन के साथ आकर बल्कि अन्य देशों को निर्यात करने के लिए पर्याप्त वैक्सीन का निर्माण करके विशाल क्षमता स्थापित की है। अगले 25 वर्षों में इस पीढ़ी के युवाओं से आने वाली पीढ़ियों के लिए भारत की दुर्गम सर्वोच्चता स्थापित करने की उम्मीद की जाएगी।

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