डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कोविड-19 पर ली चुटकी, कहा-मैं तो बीवी की किस तक नहीं ले सकता

कोबिड-19 वैक्सीन की बात आते ही उन्होंने बडे़ श्रद्ध भाव से कहा कि वक्त ही बताएगा कि वैक्सीन कैसी है। लेकिन उन्होंने दुआ की कि यह सफल रहे। इसके साथ ही उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि दफा हो जाए यह बीमारी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 08:58 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 01:09 PM (IST)
डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कोविड-19 पर ली चुटकी, कहा-मैं तो बीवी की किस तक नहीं ले सकता
मैं माॅस्क के बीना किसी कार्यक्रम में था तो वह कहेगी कि मेरा मर्द गया।

जम्मू, जागरण संवाददाता: पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला कहीं भाषण दे रहे हों और वहां कुछ ऐसा न कहें जिसकी चर्चा न हो। ऐसा हो ही नहीं सकता। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष गुज्जर देस चैरिटेबल ट्रस्ट हॉल में बोल रहे थे। करीब पौने घंटे के अपने भाषण में उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में कभी केंद्र सरकार को कोसा तो कभी प्रशासन को।

कोबिड-19 वैक्सीन की बात आते ही उन्होंने बडे़ श्रद्ध भाव से कहा कि वक्त ही बताएगा कि वैक्सीन कैसी है। लेकिन उन्होंने दुआ की कि यह सफल रहे। इसके साथ ही उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि दफा हो जाए यह बीमारी। कोई किसी से हाथ नहीं मिला सकता। गले लगाने से डर लगता है। मैं तो बीवी की किस तक नहीं ले सकता।

दिल बहुत चाहता है। ऐसी बीमारी आई है कि किसी से मिलते भी डर लगता है। बीवी को पता चले कि मैं माॅस्क के बीना किसी कार्यक्रम में था तो वह कहेगी कि मेरा मर्द गया।

बेशक वह जितने भी मजाकिया मूड में थे लेकिन लोगों को कोरोना संक्रमण के चलते सावधानियां बरतने का संदेश देने से नहीं चूके। अपनी बीवी को लेकर अकसर डॉ. फारूक भावुक हो जाते हैं। जब वह किडनी ट्रांसप्लांट करवा कर जम्मू लौटे थे तो उन्होंने तब भी कहा था कि वह अगर जीवित हैं तो अपनी पत्नी के कारण। उन्होंने उन्हें किडनी तो दी ही पूरा ध्यान भी रखा। पूरे कार्यक्रम में डॉ. फारूक कभी गंभीर हो जाते तो कभी व्यंग्य करते नजर आए। उनके पूरे संबोधन में दर्शक उन्हें पूरी गंभीरता से सुनते रहे। 

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