JKCA Scam: जन्मदिन पर फारूक अब्दुल्ला से ईडी ने फिर छह घंटे की पूछताछ

Farooq Abdullah जेकेसीए में हुए करीब 43 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में ईडी ने बुधवार को नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला को बुलाकर फिर करीब छह घंटे पूछताछ की। जेकेसीए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला का बुधवार को 84वां जन्मदिन भी था।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 12:44 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 09:45 PM (IST)
JKCA Scam: जन्मदिन पर फारूक अब्दुल्ला से ईडी ने फिर छह घंटे की पूछताछ
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ फारुक अब्दुल्ला

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। Farooq Abdullah: जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में हुए करीब 43 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला को बुलाकर फिर करीब छह घंटे पूछताछ की। जेकेसीए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला का बुधवार को 84वां जन्मदिन भी था। फारूक से पूछताछ की पुष्टि उनके पुत्र और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की है। वहीं, नेशनल कांफ्रेंस ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक दुराग्रह से प्रेरित बताते हुए कहा कि सिर्फ कश्मीरियों की आवाज दबाने के लिए डॉ. अब्दुल्ला को प्रताडि़त किया जा रहा है। डॉ. फारूक से ईडी के अधिकारियों ने तीन दिन में दूसरी बार पूछताछ की है।

इससे पहले गत सोमवार को भी ईडी ने श्रीनगर स्थित अपने कार्यालय में करीब छह घंटे पूछताछ की थी। इससे पूर्व बीते साल भी चंडीगढ़ में ईडी ने उनसे पूछताछ की थी। इस मामले में सीबीआइ पिछले साल ही अदालत में अपना आरोपपत्र दायर कर चुकी है। बुधवार सुबह करीब 10:30 बजे डॉ. फारूक अब्दुल्ला राजबाग स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे। जहां उनसे सवाल पूछे गए। करीब साढ़े चार बजे बाहर आने के बाद इस बार उन्होंने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की। इस बीच, नेकां प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा कि डॉ. फारूक जो तीन बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उन्हें सिर्फ इसलिए भ्रष्टाचार के मामले में फंसाया जा रहा है क्योंकि वह पांच अगस्त 2019 से पूर्व की जम्मू-कश्मीर की संवैधानिक स्थिति की बहाली के लिए सभी दलों को एकजुट कर रहे हैं।

संस्थान को संविधान और कानून के तहत कार्रवाई का अधिकार

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला को ईडी की ओर से पूछताछ के लिए समन भेजे जाने पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इन्कार करते हुए केवल इतना कहा कि संस्थान को संविधान और कानून के तहत कार्रवाई का अधिकार है। श्रीनगर में एक कार्यक्रम में पत्रकारों की ओर से पूछे गए सवाल पर सिन्हा ने कहा कि संविधान और कानून ही संस्थान को कार्रवाई का अधिकार देता है। उन्होंने कहा कि मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता। 

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