Jammu : डोगरी संस्था ने आधुनिक कविता की नींव रखने वाले कवियों की कविताओं का पाठ करवाया

आधुनिक कविता की नींव रखने वाले अनुभवी डोगरी लेखकों की काव्य रचनाओं से परिचित कराने के लिए जारी डोगरी संस्था के अभियान के तहत रविवार को डिजिटल मंच पर एक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें डोगरी कविता पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 06:41 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:48 PM (IST)
Jammu : डोगरी संस्था ने आधुनिक कविता की नींव रखने वाले कवियों की कविताओं का पाठ करवाया
आधुनिक कविता की नींव रखने वाले कवियों की कविताओं का पाठ ऑनलाइन किया गया

जम्मू, जागरण संवाददाता : युवा पीढ़ी को डोगरी साहित्य से जोड़ने और डोगरी में आधुनिक कविता की नींव रखने वाले अनुभवी डोगरी लेखकों की काव्य रचनाओं से परिचित कराने के लिए जारी डोगरी संस्था के अभियान के तहत रविवार को डिजिटल मंच पर एक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें डोगरी कविता पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें वरिष्ठ डोगरी लेखक प्रो. रामनाथ शास्त्री, परमानंद अलमस्त, केहरी सिंह मधुकर, वेदपाल दीप और यश शर्मा की कविताओं का पाठ वर्तमान पीढ़ी के कवियों ने किया।

कविता पाठ करने वालों में सुशील बेगाना, प्रो. ललित मगोत्रा, प्रोमिला मन्हास, डा. अरविंद रैना और विजया ठाकुर शामिल थे। परिचयात्मक भाषण में डोगरी संस्था के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा ने जोर देकर कहा कि इस अनूठे प्रयास का उद्देश्य एक ओर डोगरी साहित्य और भाषा को लोकप्रिय बनाना है। दूसरी ओर इसका उद्देश्य युवाओं में डोगरी साहित्य के प्रति रुझान बढ़ाना है। अपनी समृद्ध और उत्कृष्ट साहित्यिक विरासत को युवा गर्व के साथ अपनाएंगे तभी क्षेत्रीय साहित्य का विकास संभव है। उन्होंने कहा कि दशकों पहले महान प्रतिभाओं द्वारा लिखी गई कविता के रत्नों का पाठ करके, जो अब हमारे बीच नहीं हैं। हम उनकी स्मृति का सम्मान करना चाहते हैं।

वर्तमान पीढ़ी के कवि, जिन्होंने कविताएं सुनाईं वे स्वयं भी ख्याति प्राप्त लेखक हैं। इसलिए कार्यक्रम ने एक बहुत ही उच्च साहित्यिक स्तर प्राप्त किया। पूरा कार्यक्रम मंत्रमुग्ध करने वाला था। हर रचना को पढ़ने का अंदाज दिल को छूने वाला था।कार्यवाही का संचालन सुप्रसिद्ध डोगरी लेखक राजेश्वर राजू ने किया, जिन्होंने प्रत्येक कवि जिनकी कविताओं का पाठ किया गया उनका संक्षिप्त परिचय दिया।डोगरी संस्था जम्मू की सचिव डा. चंचल भसीन ने कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। कार्यक्रम के लिए तकनीकी सहयोग पवन वर्मा ने प्रदान किया।

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