Jammu : डोगरी-मलयालम कवियों ने एक मंच पर पढ़ीं अपनी कविताएं

साहित्य अकादमी नई दिल्ली की ओर से आनलाइन साहित्य श्रृंखला एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत डोगरी तथा मलयालम भाषा में कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें डोगरी एवं मलयालम भाषा के कवियों ने भाग लिया। जम्मू से युवा कवि राजेंद्र रांझा तथा कुलदीप अभिशाप ने अपनी कविताएं पढ़ीं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 03:34 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 03:34 PM (IST)
Jammu : डोगरी-मलयालम कवियों ने एक मंच पर पढ़ीं अपनी कविताएं
एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत डोगरी तथा मलयालम भाषा में कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया

जम्मू, जागरण संवाददाता : साहित्य अकादमी नई दिल्ली की ओर से आनलाइन साहित्य श्रृंखला एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत डोगरी तथा मलयालम भाषा में कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें डोगरी एवं मलयालम भाषा के कवियों ने भाग लिया। इस कविता पाठ में जम्मू से साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित डोगरी भाषा के युवा कवि राजेंद्र रांझा तथा डोगरी भाषा के ही साहित्यकार एवं साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत कवि कुलदीप अभिशाप ने अपनी कविताएं पढ़ीं।

वहीं दूसरी ओर मलयालम भाषा में कवित्री अनीता थंपी तथा कवि अलंकोड़े लीलाकृष्णन ने भी अपनी कविताओं का पाठ किया। कवि गोष्ठी में भाग लेने वाले सभी कवियों ने कहा कि यह उनका अपने आप में नया अनुभव था। राजेंद्र रांझा ने कहा कि इस तरह के प्रयासों से पूरे राष्ट्र के कवि एक-दूसरे को सुन सकेंगे। समझना चाहेंगे। ऐसे प्रयासों से ही एक भारत श्रेष्ठ भारत का सपना साकार हो सकेगा। यह ऑनलाइन कवि सम्मेलन अपनेे आप में खास रहा। अनेकता में एकता का बेजोड़ उदाहरण रहा।

इस कार्यक्रम का संयोजन साहित्य अकादमी नई दिल्ली के सह सचिव डाक्टर एन सुरेश बाबू ने किया। अपने शुरुआती वक्तव्य में डाक्टर एन सुरेश बाबू ने कहा कि इस प्रकार के अंतर भाषी कार्यक्रमों के आयोजन का उद्देश्य विभिन्न भाषाओं में लिखने वाले कवियों को एक मंच पर लाना है ताकि विभिन्न भाषाओं से जुड़े साहित्यकार भारत की साझा सांस्कृतिक विरासत से रूबरू हो सकें। कार्यक्रम का समापन भी डा. एन. सुरेश बाबू के धन्यवाद प्रस्ताव से हुआ। कवियों ने इस बात पर जोर दिया की आगे भी इस तरह का आयोजन होते रहना चाहिए।

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