Flood Alert In Jammu Kashmir: आफत की बारिश, बसंतर-चिनाब में बाढ़ की आशंका को लेकर चेतावनी जारी
Flood Alert In Jammu Kashmir वहीं सांबा के जिला आयुक्त ने भी बसंतर नदी में आई बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के बाद चेतावनी जारी कर दी है। उन्होंने नदी के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी है।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर में बरसात की पहली बारिश आफत बनकर बरसी। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन, जम्मू संभाग के अधिकतर इलाकों में जलभराव और नदी-नालों में आए उफान ने लोगों को दहशत में डाल दिया। हरेक का यही कहना था कि यदि मानसून की बारिश ने पहले ही दिन यह रंग दिखाया है तो मौसम विभाग ने जिस तरह 14 जुलाई तक लगातार बारिश की संभावना जताई है, ये खतरे का सबब बन सकती है।
वहीं जिला डोडा, किश्तवाड़ के जिला उपायुक्तों ने दरिया चिनाब में बारिश के बाद आए उफान को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने दरिया चिनाब के आसपास रहने वाले इलाकों को अगले आदेश जारी होने तक दरिया के नजदीक जाने से मना कर दिया है। वहीं सांबा के जिला आयुक्त ने भी बसंतर नदी में आई बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के बाद चेतावनी जारी कर दी है। उन्होंने नदी के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी है।
जिला सांबा के लोगों का कहना है कि रविवार रात से बारिश जारी थी। शुरूआत में तो यह कम थी परंतु मध्यरात्रि के बाद बारिश तेज हो गई। बसंतर दरिया के नजदीक रहने वाले गांवों में रहने वाले लोगों ने कहा कि जब वे सुबह उठे तो वे यह देखकर अचंबित रह गए कि उनका पूरा गांव जलमग्न हो गया था। साम्बा के गांव धलोट का शिव मंदिर पूरी तरह पानी में डूब गया था। यह देख लोग डर भी गए।
इसी तरह जिला डोडा और किश्तवाड़ में भी दरिया चिनाब के साथ लगते गांवों में जलभराव होने से लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। हालांकि यह पानी अभी रिहायशी इलाकों से दूर था परंतु गांवों की सड़कें आदि पानी में डूब चुकी थी। यह स्थिति देख जिला डोडा, किश्तवाड़ व सांबा के जिला आयुक्तों ने अर्ल्ट जारी करते हुए दरिया के साथ लगते गांवों को अगले आदेश तक दरिया से दूरी बनाए रखने की हिदायत दी।
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि दरिया चिनाब पर बनाई पनबिजली परियोजनाओं के बांध में बाढ़ की स्थिति में सिल्ट जमा होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में सिल्ट जमा होने से बचने के लिए बांध के गेट खोल दिए जाते हैं। ऐसा करने पर दरिया का जल स्तर एकदम से बढ़ सकता है। यही वजह है कि प्रशासन ने दरिया के आसपास के इलाकों में अर्ल्ट जारी कर दिया है। ताकि दरिया में जलस्तर बढ़ने पर जानमाल का नुकसान न हो।
इसी बीच जिला प्रशासन ने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग से कंट्रोल रूम स्थापित कर दरिया के जलस्तर पर निरंतर नजर रखने के भी आदेश दिए हैं।