Coronavirus Effect In Jammu Kashmir: निजी अस्पताल बढ़ाएं कोरोना मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता

आयुष्मान भारत के सीईओ ने बताया कि इस समय निजी अस्पतालों द्वारा लिए जाने वाले रुपयों और आयुष्मान भारत के तहत कोरोना मरीजों को दिए जाने वाले भुगतान में भारी अंतर है। गरीब मरीजों को अपनी जेब से ही खर्च करने पड़ रहे हें।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 07:55 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 07:55 AM (IST)
Coronavirus Effect In Jammu Kashmir: निजी अस्पताल बढ़ाएं कोरोना मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता
डिवीजनल कमिश्नर ने एसओपी का सख्ती के साथ पालन करने को कहा।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर डा. राघव लंगर ने कोविड मामलों के बेहतर प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अस्पतालों में हर संभव बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने को कहा।

उन्होंने नारायणा अस्पताल और एस्काम प्रशासन को भी अपने अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। इन अस्पतालों में आइसीयू, वेंटीलेटर की सुविधा भी उपलब्ध करवाने को कहा। उन्होंने दोनों ही अस्पतालों के प्रबंधकों से हर दिन कोरोना मरीजों के लिए रखे गए बिस्तरों के बारे में विस्तार से तानकारी उपलब्ध करवाने को भी कहा। यही नहीं उन्हें कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए पैकेज के बारे में भी जानकारी देने को कहा।

बैठक में यह कहा गया कि कई प्रदेशों ओर केंद्र शासित प्रदेशों ने अपने यहां निजी अस्पतालों द्वारा लिए जाने पैकेज तय किए है। एक सीमा से अधिक वे रुपये नहीं ले सकते हैं। आयुष्मान भारत के सीईओ ने बताया कि इस समय निजी अस्पतालों द्वारा लिए जाने वाले रुपयों और आयुष्मान भारत के तहत कोरोना मरीजों को दिए जाने वाले भुगतान में भारी अंतर है। गरीब मरीजों को अपनी जेब से ही खर्च करने पड़ रहे हें। इस पर डिवीजनल कमियनर ने दोनों अस्पतालों के प्रबंधकों से कहा कि वे सरकारी अस्पतालों द्वारा रेफीर किए जाने वाले कोविड के मरीजों के लिए कुछ बिस्तर अपने यहां आरक्षित रखें।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उसे देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में और मरीजों को अस्पतालों में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है। इसीलिए गंभीर रूप से बीमार मरीजों के इलाज के लिए भी बेड रखे जाने चाहिए। उन्होंने जम्मू के डिप्टी कमिश्नर और नेशनल हेल्थ मिशन के प्रबंण निदेशक से निजी नर्सिंग होम चलाने वालों से भी एक बैठक करने को कहा। इससे पहले डिवीजनल कमिश्नर और आईजीपी ने बाजार संगठनों के प्रधान के साथ बैठक भी की। उन्होंने उनसे एसओपी का सख्ती के साथ पालन करने को कहा।

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