Jammu Kashmir: जल संरक्षण के लिए जिला प्रशासन ने बनाई योजना, 850 जल निकायों का होगा सुधार

बरसात में जल संरक्षण के लिए 850 जल निकायों की पहचान की गई है जिसका सुधार किया जाएगा और कई और जल निकाय स्थापित भी किए जाएंगे। डिप्टी कमिश्नर जम्मू अंशुल गर्ग ने कहा कि इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 08:16 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 08:16 PM (IST)
Jammu Kashmir: जल संरक्षण के लिए जिला प्रशासन ने बनाई योजना, 850 जल निकायों का होगा सुधार
बारिश के पानी को संरक्षित किया जाएगा ताकि भूमि में जल का पुनर्भरण हो सके।

जम्मू, जागरण संवाददाता । बरसात में जल संरक्षण के लिए 850 जल निकायों की पहचान की गई है जिसका सुधार किया जाएगा और कई और जल निकाय स्थापित भी किए जाएंगे। डिप्टी कमिश्नर जम्मू अंशुल गर्ग ने कहा कि इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।

पानी की कमी वाले क्षेत्रों में 350 नए हैंड पंप स्थापित किए जाएंगे

750 खराब पड़े हैंड पंपों को ठीक करवाया जाएगा जबकि पानी की कमी वाले क्षेत्रों में 350 नए हैंड पंप स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने बूंद प्रोजेक्ट के तहत जल संरक्षण के लिए विशेष योजना बनाई है। बारिश के पानी को संरक्षित किया जाएगा ताकि भूमि में जल का पुनर्भरण हो सके।

पंचायतों में जल शक्ति अभियान के तहत 3000 कार्यों को कराने के लिए योजना बनाई गई

पंचायतों में जल शक्ति अभियान के तहत 3000 कार्यों को कराने के लिए योजना बनाई गई है जिसका नाम ''केच दी रेन वेन्न इन फाल्स वेअर इन फाल्स'' गर्ग ने कहा कि छह बड़े मुद्दों पर काम होगा जिसमें जन निकायों का सुधार, नए जन निकाय स्थापित करना,पुराने नल कूपों को सुधारना व नए नल कूप लगाने। छत से टपकने वाले बरसात के पानी को संरक्षित करना, चेक डेम के जरिए पानी संरक्षित करना शामिल हैं।

250 सरकारी भवनों की पहचान की गई

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि 250 सरकारी भवनों की पहचान की गई है जिनके छत से उतरने वाले बारिश के पानी को संचित किया जाना है जोकि बाद में जमीन में छोड़ा जााएगा, ताकि जमीन में जल का पुनर्भरण हो सके।  

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