संघ सेवा रथ के कार्यकर्ताओं ने बांटे मास्क और सैनिटाइजर

आरएसपुरा संवाद सहयोगी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से चलाए जा रहे संघ सेवा रथ के कार्यक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 07:28 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 07:28 AM (IST)
संघ सेवा रथ के कार्यकर्ताओं ने बांटे मास्क और सैनिटाइजर
संघ सेवा रथ के कार्यकर्ताओं ने बांटे मास्क और सैनिटाइजर

आरएसपुरा, संवाद सहयोगी : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से चलाए जा रहे संघ सेवा रथ के कार्यकर्ताओं का जनजागरण अभियान जारी है। कार्यकर्ताओं ने आरएसपुरा में मास्क और सैनिटाइजर बांट कर लोगों को संदेश दिया कि कोरोना संक्रमण का मामला भले ही दो प्रतिशत रह गया हो, लेकिन खतरा टला नहीं है। अभी मास्क, सैनिटाइजर लगाना और दो गज की दूरी उतना ही जरूरी है, जितना पहले था। शुक्रवार को आरएसपुरा में आयोजित एक शिविर में एसडीपीओ शब्बीर खान और एसएचओ जयपाल ने खुद मास्क और सैनिटाइजर बांट कर जनजागरण अभियान शुरू कराया। इस मौके पर संघ से जुड़े कार्यकर्ताओं ने राहगीरों को पानी पिला कर भीषण गर्मी से राहत दिलाई और संक्रमण से बचाव के लिए सतर्क किया। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर थमने के बाद लोगों की बेपरवाही से ही दूसरी लहर ने तबाही मचाई। अब हमेशा सतर्कता और सावधानी से ही तीसरी लहर को बेअसर या कमजोर किया जा सकता है। सीमांत क्षेत्र में बढ़ाई जाए स्वास्थ्य सुविधाएं

जागरण संवाददाता, जम्मू :

डोगरा सहायता केंद्र ने अरनियां के सीमांत क्षेत्र में कोविड देखभाल केंद्रों एवं अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में सुविधाओं में सुधार की मांग की है। डोगरा सहायता केंद्र की अरनिया इकाई और इसकी केंद्रीय समिति के सदस्यों की आनलाइन बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा हुई। अध्यक्षता कर रहे डोगरा सहायता केंद्र के अध्यक्ष पूर्व मंत्री गुलचैन सिंह चाढ़क ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों सहित स्वास्थ्य संस्थान में जिस तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत है, वह नहीं है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए युद्ध स्तर पर काम करने की जरूरत है।

हालांकि अरनिया सीमा पर पंचायत स्तर पर कोविड देखभाल केंद्र स्थापित किए गए हैं, लेकिन आपात स्थिति में प्रत्येक केंद्र में आक्सीजन व्यवस्था को संभालने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मचारियों को तैनात करने की जरूरत है। बिजली बैकअप व्यवस्था की जानी चाहिए। गांवों में बिजली गुल होना आम बात है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक केंद्र में आक्सीजन कंसंट्रेटर की संख्या को भी बढ़ाकर पांच करने की जरूरत है। इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार किया जाना चाहिए। 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण पर भी ध्यान दिया जाए, क्योंकि यह बहुत धीमी गति से चल रहा है। टीकाकरण के लिए आनलाइन पंजीकरण में समस्याएं हैं।

चाढ़क ने कहा कि डोगरा सहायता केंद्र कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए एसओपी के बारे में जागरूकता पैदा करने, मास्क, हाथ की सफाई करने वाली वस्तुओं और सूचना पुस्तिकाओं से युक्त किट भी वितरित करेगा। बैठक में भाग लेने वालों में सेवानिवृत्त सीनियर केएएस अजय खजूरिया, डा. पुरुषोत्तम सदोत्रा, सेवानिवृत्त कर्नल करण सिंह जम्वाल, समर देव सिंह, एसके रेखी, डा. रघबीर सिंह चाढ़क, अरनिया यूनिट के चुन्नी लाल, राजेश कुमार, सुरेश शर्मा आदि शामिल थे।

chat bot
आपका साथी