नरसिंह देव जम्वाल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2019 से सम्मानित

जागरण संवाददाता, जम्मू : वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री नरसिंह देव जम्वाल को दीनू भाई पंत मेमोरियल ट्रस्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 May 2019 07:00 AM (IST) Updated:Sat, 25 May 2019 07:00 AM (IST)
नरसिंह देव जम्वाल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2019 से सम्मानित
नरसिंह देव जम्वाल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2019 से सम्मानित

जागरण संवाददाता, जम्मू : वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री नरसिंह देव जम्वाल को दीनू भाई पंत मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से डोगरी संस्था के सानिध्य में दीनू भाई पंत मेमोरियल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड 2019 से सम्मानित किया गया। इससे पहले पद्मश्री पदमा सचदेव और वेद राही को यह सम्मान मिल चुका है।

उन्हें यह सम्मान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जम्मू यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. मनोज के धर, डोगरी संस्था के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा, दीनू भाई पंत के परिवार के सदस्यों ने अभिनव थियेटर में आयोजित कार्यक्रम में दिया। सम्मान के रूप में उन्हें 51 हजार रुपये, पदक एवं दुशाला देकर सम्मानित किया गया।

नरसिंह देव जम्वाल वरिष्ठ साहित्यकार हैं, जिनकी साहित्य की लगभग हर विधा में 45 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिसमें कविता, उपन्यास, लघु-कहानी संग्रह, नाटक, निबंध और बाल साहित्य आदि किताबें शामिल हैं। अपने प्रकाशनों में उन्होंने 90 रेडियो नाटकों और आधा दर्जन टीवी धारावाहिक लिखे हैं। साहित्य और कला के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री, साहित्य अकादमी पुरस्कार और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिल चुका है। उनकी कई किताबें देश की अलग-अलग भाषाओं में अनुदित हो चुकी हैं। डुग्गर पुरस्कार, जम्मू-कश्मीर राज्य उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित कर चुका है। जम्मू-कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी उन्हें पांच वार सर्वश्रेष्ठ पुस्तक सम्मान दे चुकी है। इसके अलावा कई संस्थाएं उन्हें सम्मानित कर चुकी हैं।

पुरस्कार स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी महान शख्सियत के नाम पर स्थापित इस सम्मान को लेकर वह अपने आप को गौरवांवित महसूस करते हैं। दीनू भाई पंत उनके मार्ग दर्शकों में से रहे हैं। उन्हें वह अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने पंत के साथ अपने करीबी संबंध पर विस्तार से बात की।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जम्मू यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. मनोज के धर ने कहा कि दीनू भाई पंत डोगरी के उन कवियों में से हैं, जिन्होंने डोगरी को विशेष पहचान दिलवाई। उन्होंने स्वर्गीय पंत के परिवार के सदस्यों को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की स्थापना के लिए बधाई दी और समारोह के आयोजन में डोगरी संस्था के प्रयासों की सराहना की। स्वागत भाषण में डोगरी संस्था के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा ने पंत के उत्कृष्ट और अनूठे योगदान पर प्रकाश डाला। दीनू भाई पंत मेमोरियल ट्रस्ट के प्रतिनिधि और दीनू भाई पंत के बेटे वीरेंद्र पंत ने भी पंत की सादगी और डाउन-टू-अर्थ चरित्र पर प्रकाश डाला। उन्होंने कुछ दिलचस्प किस्से सुनाए, जो स्वर्गीय पंत के इन गुणों को सामने लाते हैं।

इससे पहले डोगरी संस्था के महासचिव डॉ. निर्मल विनोद ने प्रशस्ति पत्र पढ़ा, जो पुरस्कार के हिस्से के रूप में जम्वाल को प्रदान किया गया था। मंच संचालन प्रो. शशि पठानिया ने किया। इस मौके पर वेद राही द्वारा निर्मित दीनू भाई पंत पर एक वृत्तचित्र भी दर्शाया गया। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. निर्मल विनोद ने पारित किया। कार्यक्रम में कई गणमान्य साहित्यकार एवं कला प्रेमी पहुंचे हुए थे।

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