Militancy In Kashmir : डीजीपी दिलबाग सिंह ने किया अलर्ट, कहा-कश्मीर में फिर हालात बिगाड़ने की फिराक में आतंकी

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को अधिकारियों व जवानों की पेशेवर क्षमता में लगातार विकास पर जोर देते हुए कहा कि लंबे समय से एक ही जगह या क्षेत्र में तैनात अधिकारियों व जवानों को स्थानांतरित करने का भी निर्देश दिया।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 08:18 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 01:06 PM (IST)
Militancy In Kashmir : डीजीपी दिलबाग सिंह ने किया अलर्ट, कहा-कश्मीर में फिर हालात बिगाड़ने की फिराक में आतंकी
ओवरग्राउंड वर्करों और नार्काे टेरेरिज्म से जुडे़ तत्वों की लगातार निगरानी करने का निर्देश दिया।

श्रीनगर, राज्य ब्यूूरो : पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने सभी सुरक्षा अधिकारियों से अपने अपने कार्याधिकार क्षेत्र में सुरक्षातंत्र की नियमित समीक्षा का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी हैंडलर जम्मू कश्मीर में हालात को फिर से बिगाड़ने के लिए लगातार साजिश कर रहे हैं। इन साजिश को नाकाम बनाने के लिए सतर्क रहते हुए आतंकियों व उनके ओवरग्राउंड वर्कर के बचे-खुचे नेटवर्क को नष्ट किया जाए।

डीजीपी ने पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारियों संग बैठक ली है। दिलबाग ने कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियों में व्यापक तालमेल के कारण कश्मीर में हालात अब लगभग सामान्य हो चले हैं। अधिकांश आतंकी कमांडर मारे जा चुके हैं। ओवरग्राउंड वर्कर नेटवर्क भी लगभग तबाह हो चुका है। राष्ट्रविरोधी प्रदर्शन बंद हो चुके हैं।

उन्होंने कश्मीर में सर्दी में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैयार रणनीति की समीक्षा भी की है। आतंकियों के समर्थकों, उनके ओवरग्राउंड वर्करों और नार्काे टेरेरिज्म से जुडे़ तत्वों की लगातार निगरानी करने का निर्देश दिया।

एक ही जगह तैनात पुलिस अधिकारियों को बदलने के निर्देश : पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने अधिकारियों व जवानों की पेशेवर क्षमता में लगातार विकास पर जोर देते हुए कहा कि लंबे समय से एक ही जगह या क्षेत्र में तैनात अधिकारियों व जवानों को स्थानांतरित करने का भी निर्देश दिया। पुलिस इस्टेबलिशमेंट बोर्ड की बैठक में दिलबाग सिंह ने कहा कि पुलिस संगठन के सभी विंगों को अपने जवानों व अधिकारियों की तैनाती को युक्तिसंगत बनाना चाहिए।

अगर किसी स्थान विशेष पर कोई अधिकारी या जवान लंबे समय से तैनात है, तो उसे तुरंत स्थानांतरित कर उसके स्थान किसी अन्य योग्य व्यक्ति को नियुक्त किया जाए। सिर्फ जरूरतमंद को ही यह छूट होनी चाहिए। इससे संबंधित विंगों की क्षमता में ही बेहतरी होगी। उन्होंने पुलिस संगठन में अनाधिकृत अटैचमेंट और स्थानीय प्रबंधन की प्रवृत्ति को समाप्त करने का निर्देश दिया।

महानिदेशक को बताया गया कि वर्ष 2020 और इस वर्ष जुलाई के अंत तक चार असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, 40 हेड कांस्टेबल, 160 सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल और 475 कांस्टेबल व चार फालोअर को उनके कार्य प्रदर्शन के आधार पर समय पूर्व वन रैंक पदोन्नत किया गया है। इसके अलावा 393 एसपीओ को उनके कार्य प्रदर्शन के आधार पर ही बतौर कांस्टेबल नियमित किया गया है। 

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