Jammu Kashmir : बैसाखी पर पाकिस्तान के गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जत्था रवाना

रविवार रात को श्रद्धालुओं का जत्था अमृतसर के लिए रवाना हो गया। श्रद्धालु सोमवार सुबह वाघा बार्डर से पाकिस्तान जाएंगे। जम्मू कश्मीर से 42 सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा मिला है। पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 09:07 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 09:07 PM (IST)
Jammu Kashmir : बैसाखी पर पाकिस्तान के गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जत्था रवाना
पाकिस्तान के गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आए।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : खालसा पंथ के स्थापना दिवस बैसाखी पर पाकिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जम्मू से रविवार रात को श्रद्धालुओं का जत्था अमृतसर के लिए रवाना हो गया। श्रद्धालु सोमवार सुबह वाघा बार्डर से पाकिस्तान जाएंगे। जम्मू कश्मीर से 42 सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा मिला है। पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। गुरुद्वारा बाबा फतेह सिंह गांधी नगर जम्मू में शाम को अरदास की गई और श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना किया गया।

पाकिस्तान के गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आए। यात्रा के लिए वीजा लगवाने की सेवा निभाने वाले शमशेर सिंह चौहालवी ने कहा कि इस बार कुछ श्रद्धालुओं को इसलिए वीजा नहीं मिला है, क्योंकि पाकिस्तान सरकार ने श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित किया है। वहीं जम्मू की सतवंत कौर दूसरी बार पाकिस्तान जा रही है। वह इससे पहले साल 2012 में पाकिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शनों के लिए गई थी। उत्साहित सतवंत कौर ने कहा कि जब तक बाबा नानक का बुलावा नहीं आया, तब तक हम नहीं जा सकते। मुझे खुशी है कि एक बार फिर से ननकाना साहिब जाने का मौका मिल रहा है।

जम्मू के नरेंद्र सिंह ने कहा कि यह सब सतगुरु नानक देव जी की कृपा का ही फल है कि हमें पाकिस्तान में गुरुद्वारों के दर्शनों का मौका मिला है। कोरोना के बीच कम श्रद्धालुओं को वीजा मिला है मगर मुझे वीजा मिलने की खुशी हो रही है। वहां पर हम ग्यारह दिन तक रहकर गुरुद्वारों के दर्शन करेंगे। बताते चले कि श्रद्धालुओं को पाकिस्तान में गुरुद्वारा पंजा साहिब, गुरुद्वारा ननकाना साहिब, गुरुद्वारा डेरा साहिब लाहौर, गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाने का मौका मिलेगा।

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