महामाई के दर्शन के लिए मंदिरों में उमड़ रहे श्रद्धालु

जागरण संवाददाता जम्मू शारदीय नवरात्र की सप्तमी के दिन शहर में महामाई के मंदिरों में बड

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 07:19 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 07:19 AM (IST)
महामाई के दर्शन के लिए मंदिरों में उमड़ रहे श्रद्धालु
महामाई के दर्शन के लिए मंदिरों में उमड़ रहे श्रद्धालु

जागरण संवाददाता, जम्मू : शारदीय नवरात्र की सप्तमी के दिन शहर में महामाई के मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमडे़। माता के दरबार में माथा टेक कर परिवार की सुख शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। कई लोगों ने शुक्रवार को अष्टमी शुरू होने के बाद साख विसर्जन और कंजक पूजन भी किया। अधिकतर लोग शनिवार को नवमी शुरू होने के दिन साख विसर्जन और कंजक पूजन करेंगे। शनिवार को होने वाले दुर्गानवमी के कार्यक्रमों को देखते हुए शुक्रवार को बाजारों में भी खूब रौनक रही।

मंदिरों में कालरात्रि और महागौरी स्वरूप में देवी मां का श्रृंगार किया गया। देवी मां के दर्शन और पूजन के लिए मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। बावे वाली माता, माता कौल कंडौली नगरोटा, महामाया माता, लक्ष्मी माता मंदिर पक्का डंग्गा, शीतला माता मंदिर माता के दूसरे सभी मंदिरों में दिन भर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। कई श्रद्धालुओं ने जल स्त्रोतों में जाकर साख विसर्जन की और घरों में कंजक पूजन किया।

पंडित रोहित वशिष्ठ ने बताया महागौरी स्वरूप में देवी मां अपने भक्तों का कल्याण करती हैं। सप्तमी- अष्टमी के दिन देवी मां की पूजा करने वाली युवतियों को उनकी पसंद का वर मिलता है, जबकि सुहागिनों को संतान की प्राप्ति होती है। मान्यता यह भी है कि जो लोग किन्हीं कारणों से नवरात्र के सभी नौ दिनों तक व्रत या पूजन-अर्चन नहीं कर पाते, उन्हें पूजा करने से सभी नौ दिनों का पुण्य फल प्राप्त होता है।

शनिवार को रामनवमी का पर्व मनाया जाएगा। साख विसर्जन कर श्रद्धालु व्रत समाप्त करेंगे। कई लोगों ने नवमी पर घरों में हवन आदि के आयोजन की भी तैयारी की हुई है। नवमी को देखते हुए शुक्रवार को भी मंदिरों में तैयारियां चलती रही। हालांकि कोविड़-19 की सावधानियों को देखते हुए कहीं भी विशेष आयोजन नहीं होंगे।

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