Jammu: श्रद्धा का महासावन : शिव मंदिर नानक नगर में श्रद्धालु हो रहे हैं नतमस्तक

मंदिरों के शहर जम्मू के नानक नगर के सेक्टर छह की गली नंबर 18 में बना शिव मंदिर सभी के आकर्षण का केंद्र है। करीब तीस साल पहले यहां छोटा सा मंदिर बनाया गया था जो समय के साथ विकसित होकर आज एक बड़े मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Tue, 10 Aug 2021 06:13 PM (IST) Updated:Tue, 10 Aug 2021 06:13 PM (IST)
Jammu: श्रद्धा का महासावन : शिव मंदिर नानक नगर में श्रद्धालु हो रहे हैं नतमस्तक
श्रावण मास के बीच सोमवार को यहां खूब श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

जम्मू, जागरण संवाददाता। मंदिरों के शहर जम्मू के नानक नगर के सेक्टर छह की गली नंबर 18 में बना शिव मंदिर सभी के आकर्षण का केंद्र है। करीब तीस साल पहले यहां छोटा सा मंदिर बनाया गया था जो समय के साथ विकसित होकर आज एक बड़े मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है। मंदिर में राम दरबार, भगवान गणेश, राधा कृष्ण, मां दुर्गा, मां काली, धर्म राज अौर चित्रगुप्त की मूर्तियां भी स्थापित हैं। श्रावण के मास में यह मंदिर खूब सजाया गया होता है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु विशेषकर महिलाएं यहां पहुंच पूजा-अर्चना करती हैं। इतना ही नहीं यहां समय-समय पर हवन, यज्ञ और भंडारे भी लगाए जाते हैं।

मंदिर का इतिहास

वर्ष 1991 में इस मंदिर काे बनाने का काम शुरू हुआ था। तब से आज तक यह मंदिर विकास की राह पर अग्रसर है। मंदिर कमेटी के पूर्व प्रधान स्वर्गीय ब्रह्म दत्त जी के प्रयासों से यह मंदिर आकर्षण का केंद्र बन पाए। तब यहां कुछेक घर ही हुआ करते थे। साथ लगते नाले और खुली जमीनों के बीच इस मंदिर में लोग पूजा-अर्चना करने आते थे। अब यहां घनी बस्ती हो चुकी है। मंदिर के आसपास भी घनी आबादी वाले मुहल्ले हैं। श्रावण मास के बीच सोमवार को यहां खूब श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

मंदिर की विशेषता

मुहल्लों के बीच बना यह मंदिर सभी के लिए आस्था का केंद्र है। सुबह चार बजे से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हो जाती है। लोग स्वयं पहुंच कर अपनी सेवा देते हैं। झाडू-पौछा करने के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिर से कुछ मीटर की दूरी पर पेट्रोल पंप बना हुआ है। इतना ही पंचवटी अर्पाटमेंट भी मंदिर से नजदीक ही हैं। नानक नगर, संजय नगर, प्रीत नगर, अम्बेडकर नगर, त्रिकुटा नगर एक्सटेंशन समेत आसपास के श्रद्धालु यहां नत्मस्तक होते हैं।

हम छोटे-छोटे थे, तब यह मंदिर बना हुअा है। समय के साथ मंदिर का स्वरूप भी बदला। आज यह मंदिर हर किसी को आकर्षित करता है। सुबह-शाम पूजा-अर्चना की जाती है। शिवरात्रि, श्रावण मास समेत अन्य धार्मिक दिनों के दौरान यहां भंडारे व हवन-यज्ञ किए जाते हैं। मंदिर में लोगों की बहुत आस्था है। मुहल्ले वाले ही नहीं दूर-दूर से लोग यहां माता टेकने आते हैं। भगवान शिव की आराधना व पूजा-अर्चना के चलते मंदिर के आसपास भक्तिमय माहौल बना रहता है।

-कुलदीप कुमार चलोत्रा

भगवान शिव का यह मंदिर करीब तीस वर्ष पहले बनाया गया था। तब यहां छोटा मंदिर हुआ करता था। अब यहां काफी बड़ा मंदिर बन चुका है। भगवान के विभिन्न रूपों की यहां पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिर में मां वैष्णो, मां काली के अलावा राधा-कृष्ण, भगवान नारायण, हनुमान की मूर्तियों की भी प्राण प्रतिष्ठा की गई है। सुबह-शाम श्रद्धालु का आना-जाना लगा रहता है। श्रावण मास चल रहा है तो भगवान शिव की पूजा के लिए विशेषकर महिला श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।

-पंडित केवल कृष्ण 

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