संस्कृत गुरुकुल भी बने भगवान वेंकटेश्वर के भव्य मंदिर में

जागरण संवाददाता जम्मू श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने जम्मू

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 07:08 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 07:08 AM (IST)
संस्कृत गुरुकुल भी बने भगवान वेंकटेश्वर के भव्य मंदिर में
संस्कृत गुरुकुल भी बने भगवान वेंकटेश्वर के भव्य मंदिर में

जागरण संवाददाता, जम्मू : श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने जम्मू में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर तिरुमाला तिरुपति देवस्थान का निर्माण शुरू होने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक माहौल बनेगा। देश-दुनिया से लोग माता वैष्णो देवी एवं तिरुपति देवस्थान के दर्शन के लिए आएंगे। ऐसे में जरूरी है कि इस स्थान पर एक सांस्कृतिक केंद्र भी बने, जिसमें संस्कृत गुरुकुल की स्थापना की जाए ताकि आसपास के बच्चे संस्कृत पढ़ सकें। उन्हें वेदों का ज्ञान हो सके।

महंत रोहित शास्त्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के चेयरमैन को पत्र लिख कर यह मांग की है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम जम्मू में भगवान वेंकटेश्वर के भव्य मंदिर का निर्माण करने जा रहा है। रविवार को इसका भूमि पूजन होगा। इससे जम्मू में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

जम्मू कश्मीर की भूमि शैव दर्शन का सनातन केंद्र रही है। इसी पावन भूमि पर प्रत्यभिज्ञा दर्शन के संस्थापक आचार्य अभिनवगुप्त, महाकवि कल्हण, महाकवि बिल्हण और अनेक प्राचीन संस्कृत मनीषियों का उद्भव हुआ है। उन्होंने कहा कि पुण्यसलिला जम्मू कश्मीर की वसुंधरा आज संस्कृत से विलुप्त होती जा रही है। इसका मुख्य कारण यहां संस्कृत गुरुकुल की कमी है। जम्मू कश्मीर में संस्कृत गुरुकुलों की कमी के कारण संस्कृत पढ़ने के इच्छुक विद्यार्थी चितित हैं। इसलिए आग्रह है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम मंदिर में देववाणी संस्कृत के गुरुकुल की स्थापना करें तो प्रदेश में विलुप्त हो रहा संस्कृत का गौरव पुन‌र्प्रतिष्ठापित होगा। जम्मू मंदिरों के शहर के नाम से विश्व भर में प्रसिद्ध है, लेकिन संस्कृत के विद्यार्थियों को सुविधा और पर्याप्त अवसर की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

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