VaishnoDevi Yatra : वैष्णो माता के दर्शन को आए बुजुर्ग और नन्ही श्रद्धालु की मौत
बीती रात भैरव घाटी मार्ग पर हृदय गति रुक जाने के कारण मृत्यु हो गई। मृतक 58 वर्षीय प्रकाश देसानी राजस्थान के जयपुर मेें पड़ने वाले श्याम नगर स्थित लिटिल जेम्स स्कूल के पास के रहने वाले थे। वहीं दिल्ली के एक नन्ही बच्ची की मौत हो गई।
कटड़ा, संवाद सहयोगी : अपने परिजनों के साथ मां वैष्णो देवी के दर्शन को आए बुजुर्ग श्रद्धालु की बीती रात भैरव घाटी मार्ग पर हृदय गति रुक जाने के कारण मृत्यु हो गई। मृतक 58 वर्षीय प्रकाश देसानी राजस्थान के जयपुर मेें पड़ने वाले श्याम नगर स्थित लिटिल जेम्स स्कूल के पास के रहने वाले थे। वहीं माता का दर्शन करने के बाद दिल्ली के रहने वाले श्रद्धालु दंपती की एक नन्ही बच्ची की अचानक दस्त लगने से मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक राजस्थान के श्रद्धालु प्रकाश देसानी मंगलवार की रात को मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद अपने परिजनों के साथ बाबा भैरवनाथ के चरणों में हाजिरी लगाने के लिए भैरव घाटी रवाना हुआ तभी भैरव घाटी मार्ग पर ही अचानक अचेत हो गया। श्राइन बोर्ड प्रशासन के कर्मचारियों ने तुरंत प्रकाश देसानी को उठाकर भैरव घाटी स्थित डिस्पेंसरी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने हृदय गति रुक जाने के चलते उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं शव के पोस्टमार्टम के लिए कटड़ा के सरकारी अस्पताल की ओर रवाना कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम करने के उपरांत शव उसके परिजनों को सौंप दिया। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
ज्ञात रहे कि वैष्णो माता के मार्ग पर हृदयगति रुकने से श्रद्धालुओं के मौत की घटना काफी समय बाद आया है। खास कर भैरो घाटी के मार्ग पर इस तरह की घटना विरले ही होती है। बहरहाल, श्राइन बोर्ड की ओर से श्रद्धालुओं को लगातार चेतावनी दी जाती है। वृद्ध या हृदयरोगी यात्रा के दौरान सीढियों का इस्तेमाल नहीं करें। किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत भवन मार्ग पर स्थित चिकित्सा केंद्र से संपर्क करने को कहा जा रहा है। इसके बावजूद यदाकदा ऐसी घटना हो जाती है।
दूसरी ओर मां वैष्णो देवी के भवन पर बुधवार की सुबह ढाई महीने की नन्हीं श्रद्धालु छावी बंसल की मौत हो गई। वह त्रिलोकपुरी न्यू दिल्ली के रहने वाले सुरेंद्र कुमार बंसल की पुत्री थी। पुलिस के मुताबिक बुधवार की सुबह नन्ही बच्ची के साथ बंसल दंपती ने मां वैष्णो देवी के दर्शन कर लिए। उसके बाद भवन पर ही अचानक बच्ची को दस्त लग गया। हालात बिगड़ गई। उसको भवन स्थित डिस्पेंसरी में भर्ती करवाया गया। लेकिन वह बचाई नहीं जा सकी।