Jammu: जीएमसी अस्पताल में जलशक्ति विभाग के डेलीवेजर की मौत, कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर मौत के लिए विभाग को जिम्मेदार ठहराया
डेलीवेजर काम कर रहे हवेली पुंछ के रहने वाले 38 वर्षीय मोहम्मद रेयाज की जीएमसी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसे रविवार को परिवार वालों ने यहां भर्ती कराया था। जहर निगलने के कारण उसकी हालत गंभीर थी।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जलशक्ति विभाग में वर्षों से बतौर डेलीवेजर काम कर रहे हवेली पुंछ के रहने वाले 38 वर्षीय मोहम्मद रेयाज की जीएमसी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसे रविवार को परिवार वालों ने यहां भर्ती कराया था। जहर निगलने के कारण उसकी हालत गंभीर थी।रेयाज की मौत के जम्मू के डेलीवेजरों ने शव को लेकर विभाग के दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि विभाग उनका इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन उनकी परेशानियों को हल नहीं कर रहा। यही कारण है कि वे लोग परेशान हैं। रेयाज भी इसी कारण परेशान था और उसने अपनी जान दे दी।उनका कहना था कि कई साथी परेशान होकर जान दे चुके हैं।
बता दें कि मोहम्मद रेयाज ने पुंछ के हवेली में अपने घर में ही संदिग्ध परिस्थितियों में जहर निगल लिया था। उसे वहां जिला अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे जीएमसी जम्मू रेफर कर दिया गया था। रविवार को उसके परिवार वाले गंभीर अवस्था में उसे लेकर जीएमसी पहुंचे। इलाज के दौरान आखिरकार रेयाज ने दम तोड़ दिया। उसकी मौत के बारे में जैसे ही जम्मू में जलशक्ति विभाग के डेलीवेजरों को पता चला तो वे जीएमसी अस्पताल पहुंच गए जहां से वे शव को लेकर जलशक्ति विभाग के बीसी रोड कार्यालय में आ गए। वहां उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रदर्शन कर रहे डेलीवेजरों का कहना था कि उन्हें कई कई महीने वेतन नहीं मिलता। उनको स्थायी करने की प्रक्रिया का भी कुछ पता नहीं है। मोहम्मद रेयाज पांच बच्चों का पिता था। उसके सामने परिवार को लेकर कई परेशानियां आ रही थीं। आर्थिक तंगी के चलते वह परेशान था जबकि विभाग में उसकी कोई सुन नहीं रहा था। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि मोहम्मद रेयाज की मौत का जिम्मेदार उनका विभाग व जम्मू कश्मीर सरकार है जो डेलीवेजरों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने सरकार से मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी के अलावा परिवार को आर्थिक मदद व बच्चों की निश्शुल्क शिक्षा का बंदोबस्त करने की मांग की।
वहीं शव काे बीसी रोड कार्यालय के बाहर रखकर डेलीवेजरों ने नारेबाजी भी की। उधर, स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे डेलीवेजरों काे समझा शव को वहां से उठवाया। इसके बाद हवेली के एसएचओ ने जम्मू पुलिस से बातचीत कर शव को बिना पोस्टमार्टम के ही हवेली पहुंचाने को कहा, जिसके बाद शव को बिना पोस्टमार्टम ही पुंछ भेज दिया गया। पुंछ पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवा आगे की कार्रवाई करेगी।