Jammu : दबलैड़-ममका सड़क इतनी खराब कि पैदल चलना भी दूभर
नतीजा आज यह मार्ग इतना खस्ताहाल हो चुका है कि लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि मार्ग की हालत ऐसी है कि इस पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। दोपहिया वाहन चालकों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना रहता है।
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : सीमांत गांव दबलैड़-ममका सड़क की हालत खस्ता होने से आसपास के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क की मरम्मत करवाने के लिए प्रशासन या संबंधित विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। स्थानीय लोग कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
स्थानीय निवासी अशोक कुमार, भूपेंद्र सिंह, त्रिलोक सिंह, बचन सिंह, रंजीत कुमार, संजय कुमार ने बताया कि यह दबलैड़-ममका को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, जहां हर रोज हजारों की संख्या में वाहन आते-जाते हैं। यह चार किलोमीटर सड़क इतनी खस्ताहाल है कि यहां जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। कई वर्ष पूर्व इस सड़क का निर्माण पीएमजीएसवाई से करवाया गया था, जो एक दो साल के भीतर ही खराब हो गई थी। उसके बाद इस सड़क की दशा पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
नतीजा आज यह मार्ग इतना खस्ताहाल हो चुका है कि लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि मार्ग की हालत ऐसी है कि इस पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। दोपहिया वाहन चालकों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना रहता है। शाम के समय यहां सैकड़ों की संख्या में लोग सैर के लिए जाते हैं। स्थानीय निवासी रवि कुमार, राज कुमार ने बताया कि जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं तथा रास्ता खस्ताहाल है। उक्त मार्ग से प्रति दिन दर्जनों गांव के लोग आते-जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग दबलैड़ सहित ममका व दर्जनों गांव को भी जोड़ता है।
ग्रामीणों का मार्ग से गुजरना दूभर हो गया है। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि जल्द इस सड़क की बदहाली को सुधारा जाए। लोक निर्माण विभाग के एईई भू¨पद्र कुमार ने बताया कि जल्द ही इसका काम शुरू किया जाएगा। लोगों की समस्या को जल्द ही दूर कर दिया जाएगा। इस दिशा में विभाग की ओर से पहल की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसका पूरा प्लान व प्रोजेक्ट विभाग ने बना कर भेज दिया है। उम्मीद है कि इस वर्ष नहीं तो अगले वर्ष की शुरुआत में ही इस मार्ग को बना दिया जाएगा।