Jammu : शहादत का मजाक उड़ाने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज, साइबर क्राइम सेल तलाश में जुटी
ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ देश द्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए। कोई भी सैन्यकर्मी देश के लिए शहादत देता है तो समूचा राष्ट्र उसे सैल्यूट करता है लेकिन कुछ आतंकी संगठनों से जुड़े लोग शहादत का मजाक उड़ाए यह किसी भी सच्चे देशवासी को नागवार गुजरेगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता : चीफ आफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर क्रेश में हुई मौत पर इंटरनेट मीडिया में कुछ लोगों द्वारा उनकी शहादत का मजाक उड़ाने और भद्दी टिप्पणी किए जाने पर जम्मू सैनिक कालौनी व्यापार मंडल के अध्यक्ष राकेश चौधरी ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में ऐसे देशद्रोहियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है।
शिकायत में कहा गया है कि कुछ लोग राष्ट्रभक्त सैनिकों का मजाक उड़ा कर उनकी शहादत की तौहीन कर रहे है।यह लोग वास्तव में देशद्रोही है।संभवत यह आंतकी संगठनों से जुड़े लोग हो सकते हैं। शिकायत में कहा गया कि ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ देश द्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए। कोई भी सैन्यकर्मी देश के लिए शहादत देता है तो समूचा राष्ट्र उसे सैल्यूट करता है, लेकिन कुछ आतंकी संगठनों से जुड़े लोग शहादत का मजाक उड़ाए यह किसी भी सच्चे देशवासी को नागवार गुजरेगा। उनकी शिकायत को गांधीनगर साइबर क्राइम सेल ने स्वीकार कर इंटरनेट पर मजाक उड़ाने वालों की तलाश शुरू कर दी है।
आपको बता दें कि गत बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में सीडीएस बिपिन रावत को ले जा रहा सेना का हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई। यह दुर्घटना रूसी निर्मित Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर के सुलूर, कोयंबटूर में वायु सेना बेस से नीलगिरी हिल्स में वेलिंगटन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद हुई।
चौधरी ने कहा कि इस दुखद दुर्घटना में देश ने एक जांबाज अफसर खो दिया वहीं कुछ राष्ट्र विरोधी तत्व इस हादसे पर दुख जताने के बजाय उनकी शहादत का मजाक उड़ा रहे हैं। ऐसे लोग राष्ट्र के सच्चे हितैशी नहीं हो सकते। इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। यही वजह है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर सीडीएस बिपिन रावत की शहादत का मजाक उड़ाने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है।
उन्होंने कहा कि साइबर सेल ऐसे तत्चों का पता लगाने में जुटी हुई है। जल्द ही शहीद सीडीएस बिपिन रावत के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने वालों को हिरासत में लिया जाएगा और उनके खिलाफ राष्ट्र द्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा।