Covid Kit: जम्मू कश्मीर में घरों में इलाज करवा रहे संक्रमित मरीजों के लिए तैयार हुई कोविड किट

घरों में इलाज करवा रहे कोविड के मरीजों के लिए कोविड किट तैयार हो गई है। इसमें पल्स ऑक्सीमीटर के अलावा अन्य दवाइयां भी रखी गई हैं। यह किट तैयार कर डिप्टी कमिश्नर कार्यालय को सौंपी है। यह किट अब मरीजों में विशेष रूप से बनाई गई टीमें बांटेगी।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 07:23 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 07:26 PM (IST)
Covid Kit: जम्मू कश्मीर में घरों में इलाज करवा रहे संक्रमित मरीजों के लिए तैयार हुई कोविड किट
पल्स ऑक्सीमीटर, पैरासिटामोल, खांसी व गले में खराश की दवाई, एक एंटीवायरल दवा, एंटीबायोटिक और जिंक एवं विटामिन शामिल हैंं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । घरों में इलाज करवा रहे कोविड के मरीजों के लिए कोविड किट तैयार हो गई है। इसमें पल्स ऑक्सीमीटर के अलावा अन्य दवाइयां भी रखी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने यह किट तैयार कर डिप्टी कमिश्नर कार्यालय को सौंपी है। यह किट अब मरीजों में विशेष रूप से बनाई गई टीमें बांटेगी। यही वह टीमें होगी जो मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी जुटाएंगी।

रविवार को जम्मू के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी सिंह, नोडल अधिकारी डा. नवीन भूटेयाल, सीनियर हेल्थ इंस्पेक्टर पवन जम्वाल, स्टोर कीपर मदन लाल शर्मा ने डिप्टी कमिश्नर कार्यालय जम्मू से आए सुरेंद्र कुमार को स्वास्थ्य निदेशालय में विशेष रूप से बनाई गई यह किट सौंपी। उन्होंने बताया कि यह किट अब लगातार तैयार की जा रही है।

इनमें एक पल्स ऑक्सीमीटर, पैरासिटामोल, खांसी व गले में खराश की दवाई, एक एंटीवायरल दवा, एंटीबायोटिक और जिंक एवं विटामिन शामिल हैंं। यही नहीं दो इश्तिहार भी किट में रखे गए हैं जिनमें कोविड से बचाव पर एसओपी लिखी है। इसका मकसद घरों में बैठे मरीजों का बेहतर इलाज करना है। जम्मू के अलावा अन्य जिलों में भी इसी तरह कि किट बनाने की जिम्मेदारी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों को सौंपी गई हैं।

स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार घरों में इलाज करवा रहे मरीजों को अभी भी पल्स ऑक्सीमीटर और पैरासिटामोल दी जा रही है। अभी कुछ अन्य दवाइयों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है। इसका मकसद घरों में मरीजों का बेहतर इलाज करना है। मरीजों के घरों में भेज कर किट बांटी जाएगी। यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। इसमें यह फैसला नहीं किया गया है कि एक दिन में कितनी किट बांटी जांगी।

वहीं स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो घरों में किट बांटने का फैसला कई मरीजों की घरों में इलाज के दौरान मौत होने के बाद किया गया है।  स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लोग अपना इलाज खुद न करें और डाक्टर की सलाह पर ही दवाई लें।

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