Coronavirus in Srinagar : सख्ती के बावजूद श्रीनगर बना हुआ है हाटस्पाट, छह गुणा अधिक मामले आ रहे
उम्मीद जाहिर की जा रही थी कि इससे श्रीनगर जिले में मामले कम होंगे लेकिन अभी भी स्थिति जस की तस है। श्रीनगर जिला लगातार हाट स्पाट बना हुआ है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 25 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाई गई है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : श्रीनगर प्रशासन द्वारा सख्ती करने के बावजूद श्रीनगर जिला कोरोना संक्रमण का हाट स्पाट बना हुआ है। अभी भी पचास फीसद मामले इसी जिले से आ रहे हैं। वहीं जम्मू संभाग की अपेक्षा कश्मीर में छह गुणा अधिक मामले आ रहे हैं। कुछ जिले ही ऐसे हैं जहां पर इस समय मामले न के बाराबर आ रहे हैं।
कश्मीर संभाग में गत एक सप्ताह के दौरान औसतन हर दिन 110 से 125 मामले आए हैं। इसमें श्रीनगर जिले में ही अकेले 60 से 80 मामले शामिल हैं। वहीं जम्मू संभाग में गत एक सप्ताह के दौरान औसतन 15 से 25 मामले ही आए हैं। इनमें भी डोडा जिले में सबसे अधिक मामले आए हैं। यह स्थिति उस समय है जब श्रीनगर जिले में बढ़ रहे मामलों को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव डा. अरुण मेहता और कश्मीर के मंडलायुक्त पांडू रंग पोले सहित कई अधिकारी चिंता जता चुके हैं और लोगों से हाथ जोड़कर एसओपी का पालन करने से लेकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी तक दे चुके हैं।
बावजूद इसके श्रीनगर में कोई भी असर नहीं पड़ रहा है। किसी भी दिन मामले कम नहीं हुए हैं। श्रीनगर में कोविड प्रोटोकाल का पालन न करने पर बाजारों को बंद करने की चेतावन दी गई। वहीं बीस से अधिक व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए। उम्मीद जाहिर की जा रही थी कि इससे श्रीनगर जिले में मामले कम होंगे लेकिन अभी भी स्थिति जस की तस है। श्रीनगर जिला लगातार हाट स्पाट बना हुआ है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 25 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाई गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह जरूरी है कि टीकाकरण को बढ़ाया जाए।
सक्रिय मामले भी श्रीनगर में : सक्रिय मामले भी श्रीनगर में अधिक है। कश्मीर में कुल 1290 सक्रिय मरीज है जबकि जम्मू संभाग में 246 मामले हैं। श्रीनगर जिले में सबसे बधिक 787 मामले हैं। वहीं बडगाम में 160, बारामुला में 133 मामले हैं। जम्मू संभाग में सबसे अधिक जममू जिले में 57 और डोडा में 56 मामले हें। ऊधमपुर, कठुआ, सांबा, पुंछ, रामबन और शोपियां जिलों में दस से भी कम मामले हैं। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि श्रीनगर जिले में स्थिति कितनी गंभीर है।
यह बयान दिखाते हैं श्रीनगर में कोरोना की स्थिति की गंभीरता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को श्रीनगर मेंकहा था कि वह हाथ जोड़कर श्रीनगर के लोगों से अनुरोध करते हैं कि कोविड प्रोटोकाल का पालन करें। हाालांकि उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में यह भी कहा था कि अगर कोविड प्रोटोकाल का पालन न किया तो सख्त कार्रवाई होगी। मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने मंगलवार को अगले पंद्रह दिनों तक हर दिन 25 हजार लोगों का टीकाकरण करने के निर्देश दिए थे। टीकाकरण के लिए 100 मोबाइल टीमें भी तैनात करने को कहा। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर लोग एसओपी का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने उल्लंघन करने वालों को अधिक जुर्माना करने के निर्देश दिए। यही नहीं बटमालू, जाडीबल और लाल बाजार के दुकानदारों को कोविड प्रोटोकाल का पालन न करने पर बंद करने की चेतावनी दी थी।