Coronavirus Effect: कोरोना ने बढ़ाई विद्यार्थियों-अभिभावकों की चिंता, परिणाम का इंतजार

आनलाइन परीक्षाओं का परिणाम समय पर बनाना और विश्वविद्यालयों में जाकर तैयार करना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस समय अध्यापकों को घरों से काम करने के लिए कहा गया है। सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी ही कार्यालयों में रोटेशन पर आ रहे है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 09:17 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 09:17 AM (IST)
Coronavirus Effect: कोरोना ने बढ़ाई विद्यार्थियों-अभिभावकों की चिंता, परिणाम का इंतजार
ग्यारहवीं कक्षा में मॉस प्रमोशन बारे सोचा जा रहा है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में कोरोना से उपजे हालात ने विद्यार्थियों और अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है। आनलाइन पढ़ाई तो चल रही है और साथ में ही आन लाइन परीक्षाएं भी करवाई जा रही है।

कोरोना कर्फ्यू से सब कुछ बंद है तो ऐसे आन लाइन परीक्षाओं का परिणाम घोषित होने में देरी विद्यार्थी परेशान हैं। इतना ही नहीं सप्लीमेंटरी परीक्षाओं के अलावा कई परीक्षाएं अभी तक लटकी पड़ी है। जम्मू विश्वविद्यालय की इंजीनियरिंग की परीक्षा तो आनलाइन हो गई मगर अभी तक परिणाम घोषित नहीं हुआ। पेपर चेकिंग के बाद परिणाम बनाने में परेशानियां पेश आ रही है।

जम्मू विश्वविद्यालय ने पिछले दिनाें विशेष प्रयास करके इंजीनियरिंग की परीक्षाएं आन लाइन करवाई थी। इससे विद्यार्थियों को राहत तो मिली है लेकिन अब परिणाम के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। जम्मू कश्मीर में 31 मई तक सभी शिक्षण संस्थान बंद है। कोरोना कर्फ्यू 17 मई तक लागू है जिसको आगे बढ़ाया जाना तय माना जा रहा है। जम्मू विवि और कश्मीर विवि ने सभी अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट परीक्षाएं आन लाइन करवाने का फैसला किया है और इसके लिए संबंधित कालेजों को दिशा निर्देश दे दिए है।

आनलाइन परीक्षाओं का परिणाम समय पर बनाना और विश्वविद्यालयों में जाकर तैयार करना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस समय अध्यापकों को घरों से काम करने के लिए कहा गया है। सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी ही कार्यालयों में रोटेशन पर आ रहे है। इंजीनियरिंग के आन लाइन पेपर दे चुके एक छात्र के अभिभावक अब परिणाम को लेकर चिंतित है।

वे कहते है कि अगर समय पर पेपर चेक होकर परिणाम निकल जाता तो बच्चे की डिग्री पूरी हो जाती। इससे विद्यार्थियों के नौकरियों के लिए आवेदन करने या उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करने का मौका मिल जाता है।

वहीं दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन ने अभी तक बारहवीं कक्षा के शेष बचे हुए पेपरों को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। दसवीं कक्षा के परिणाम का भी इंतजार है। ग्यारहवीं कक्षा में मॉस प्रमोशन बारे सोचा जा रहा है।

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