Coronavirus Alert in Jammu: जीएमसी में फिर सीमित हुई ओपीडी, हर दिन एक विभाग में साठ मरीज
अंडर ग्रेजुएट विद्यार्थियों की कक्षाएं एसओपी का पालन करते हुए जारी रहेंगी। वहीं सेंट्रल लाइब्रेरी में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को पचास फीसद सीटों के साथ बैठने की इजाजत होगी। इसके अलावा जिन विद्यार्थियों की परीक्षा होगी उन्हें भी लाइब्रेरी में बैठने की इजाजत होगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: राजकीय मेडिकल कालेज व सहायक अस्पतालों में कोरोना संक्रमण का असर फिर से पड़ने लगा है। जीएमसी और सहायक अस्पतालों की ओपीडी सेवाओं में हर दिन हर विभाग में सिर्फ साठ मरीजों की ही जांच होगी और पहले की तरह ही उनका पंजीकरण फोन से किया जाएगा। हालांकि यह आदेश कब से लागूू होगा, अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है।
अलबत्ता रूटीन में होने वाली सर्जरी पंद्रह अप्रैल से तीस फीसद कम कर दी गई हैं। सभी संबंधित विभागों के एचओडी को यह निर्देश सख्ती के साथ लागू करने को कहा गया है। वहीं वार्ड नंबर सात को फिर से कोविड वार्ड बना दिया गया है। सर्जरी के इस वार्ड से मरीजों को दूसरे वाडों में भेजने को कहा गया है। वहीं यह भी कहा गया है कि पहले जो वार्ड कोविड वार्ड बनाए गए थे, उन सभी को चरणबद्ध तरीके से कोविड वार्ड फिर से बनाया जाएगा।
वहीं अंडर ग्रेजुएट विद्यार्थियों की कक्षाएं एसओपी का पालन करते हुए जारी रहेंगी। वहीं सेंट्रल लाइब्रेरी में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को पचास फीसद सीटों के साथ बैठने की इजाजत होगी। इसके अलावा जिन विद्यार्थियों की परीक्षा होगी, उन्हें भी लाइब्रेरी में बैठने की इजाजत होगी। विद्यार्थियों के कैफेटेरिया में भी पचास फीसद को ही बैठने की इजाजत होगी। विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों की कोरोना जांच के लिए बूथ स्थापित होगा।
सभी विभागों को अपना बीस फीसद स्टाफ कोविड के मरीजों की देखभाल के लिए तैनात करना होगा। यह सभी फैसले जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन की अध्यक्षता में हुई बैठक में किए गए।