Coronavirus Alert in Jammu Kashmir: डरा रही बाजारों की भीड़, कोरोना महामारी की ताजा लहर काफी तेजी से फैल रही
Coronavirus Alert in Jammu Kashmir जिला प्रशासन की ओर से शहर में सभी प्रकार के मेलों प्रदर्शनियों व रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और शादी समारोहों में भी 200 से अधिक लोगों की हिस्सेदारी पर रोक है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच शहर के बाजारों में लोगों की भीड़ डराने वाली है। कोरोना महामारी की ताजा लहर काफी तेजी से फैल रही है और जम्मू जिले में ही अप्रैल के महीने में कोविड-19 के केस कई गुणा बढ़ गए हैं। हालत यह है कि जिले में रोजाना करीब 200 नए मामले आ रहे है जो यह बताते है कि पिछले साल अप्रैल की तुलना में इस बार कोरोना महामारी तेजी से बढ़ रही है।
ऐसी गंभीर परिस्थितियों के बीच शहर के बाजारों में लोग बेखौफ घूम रहे हैं। चिंता की बात तो यह है कि लोग मॉस्क पहनने को लेकर भी गंभीर नजर नहीं आ रहे। अधिकांश लोग मॉस्क को केवल औपचारिकता के रूप में ले रहे हैं और यहीं कारण है कि खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने जम्मू में रात्रि कर्फ्यू भी लगा दिया है और कई स्थानों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन भी घोषित किया। इसके बाद भी अगर लोग सचेत नहीं हुए तो हालात फिर से बेकाबू हो सकते हैं।
सख्ती से लागू करने होंगे नियम: कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार को अब लॉकडाउन के अलावा अन्य विकल्पों पर विचार करना होगा। पिछले साल हुए लॉकडाउन से अर्थ व्यवस्था को गहरी चोट पहुंची है जिससे कारोबार अभी तक उभर नहीं पाया है। ऐसे में अगर दोबारा लॉकडाउन की नौबत आती है तो कारोबार पूरी तरह से धरातल पर आ जाएगा। ऐसे में जरूरी है कि सरकार अन्य विकल्पों पर विचार करे। कोविड-19 की रोकथाम के लिए एसओपी जारी हुई है और अब जरूरी है कि इन एसओपी का सख्ती से पालन करवाया जाए। प्रशासन की ओर से बाजारों में कोविड-19 जांच के शिविर लगाए जा रहे है। ऐसे में जरूरी है कि जो लोग भी बिना मॉस्क नजर आए, उनकी मौके पर ही जांच हो और जुर्माना किया जाए ताकि लोग मॉस्क पहनने को लेकर गंभीर हो। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने की भी जरूरत है क्योंकि लोग एसओपी का जितना कठोरता से पालन करेंगे, उतना ही इस महामारी को रोकने में मदद मिलेगी।
शादियों के सीजन पर पड़ेगा असर: अगले सप्ताह शादियों का सीजन शुरू हो रहा है और ऐसी पूरी आशंका है कि इस महामारी का असर इस सीजन पर भी पड़ेगा। जिला प्रशासन की ओर से शहर में सभी प्रकार के मेलों, प्रदर्शनियों व रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और शादी समारोहों में भी 200 से अधिक लोगों की हिस्सेदारी पर रोक है। प्रशासन ने पहली अप्रैल को यह प्रतिबंध लगाया था और उसके बाद कोविड-19 के केसों में कई गुणा वृद्धि हुई है। अगर अगले पंद्रह दिन भी मामले इसी तेजी से बढ़ते रहे तो यह तय है कि मई महीने की एसओपी में मेहमानों की संख्या इससे भी कम कर दी जाएगी या फिर अधिक हालात बिगड़ने पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी। ऐसी परिस्थितियों में इस साल भी शादियों का सीजन प्रभावित होगा और पिछले साल घाटा उठाने वाले जो कारोबारी इस साल भरपाई की उम्मीद लगाकर बैठे थे, उन्हें निराशा होगी। इसलिए हर कोई इस समय यह दुआ कर रहा है कि किसी तरह यह महामारी रूके।
हर फरियाद को किया दरकिनार: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आबकारी नीति 2021-22 को लेकर हो रहे चौतरफा विरोध को दरकिनार करते हुए आखिरकार शराब की दुकानों की नीलामी की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर ही दी। आज से पहले तक शराब की दुकानें चला रहे लोगों को हल्की सी उम्मीद थी कि शायद सरकार उनकी सुन ले और उनका कारोबार बच जाए लेकिन ऑनलाइन नीलामी शुरू होने के साथ ही ये उम्मीदें लगभग समाप्त हो गई। शराब विक्रेताओं की मांग को जम्मू के अन्य व्यापारिक संगठनों का भी पूरा साथ मिला और कई व्यापारिक संगठन सामने आए। सबने मिलकर सरकार से इस कारोबार को बचाने की गुहार लगाई। मामला केंद्रीय मंत्री तक भी पहुंचा जिससे इन कारोबारियों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद बंधी लेकिन वीरवार को ऑनलाइन नीलामी शुरू होने के साथ ही यह उम्मीदें लगभग खत्म हो गई। अब मौजूदा दुकानदारों के पास कारोबार के आखिरी पंद्रह दिन बचे है क्योंकि नए लोगों को पहली मई से 31 मार्च 2022 तक लाइसेंस जारी होंगे।