Coronavirus Alert in Jammu: जीएमसी में हर समय तीन हजार ऑक्सीजन सिलेंडर रहेंगे उपलब्ध

Coronavirus Alert in Jammu फिजियालोजी विभाग के डिमांस्ट्रेटर डा. रितेश शान को डा. हरजीत राय की सहायता के लिए नियुक्त किया गया है। डा. हरजीत राय को आक्सीजन गैस प्लांट का प्रभारी बनाया गया है। आक्सीजन सप्लाई की हर दिन दोपहर को समीक्षा की जाएगी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:19 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:19 AM (IST)
Coronavirus Alert in Jammu: जीएमसी में हर समय तीन हजार ऑक्सीजन सिलेंडर रहेंगे उपलब्ध
मेडिकल कालेज जम्मू में सर्जरी के वार्ड नंबर 11 को फिर से कोविड वार्ड बना दिया गया है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों के बाद आक्सीजन सप्लाई को सुनिश्चित बनाने के लिए बैठकों का दौर जारी रहा। जीएमसी जम्मू की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में कहा गया कि कोरोना के मरीजों के लिए हर समय तीन हजार आक्सीन के सिलेंडर तैयार हैं।

इस समय जीएमसी में 3100 आक्सीजन के सिलेंडर पड़े हुए हैं। इसमें यह भी तय किया गया कि सभी पंजीकृत निजीर आक्सीीजन जेनरेशन प्लांट से बराबर सिलेंडर लिए जाएंगे। फिजियालोजी विभाग के डिमांस्ट्रेटर डा. रितेश शान को डा. हरजीत राय की सहायता के लिए नियुक्त किया गया है। डा. हरजीत राय को आक्सीजन गैस प्लांट का प्रभारी बनाया गया है। आक्सीजन सप्लाई की हर दिन दोपहर को समीक्षा की जाएगी। इस मौके पर डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. रेहाना कौसर, डा. हरजीत राय सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

वार्ड नंबर 11 कोविड वार्ड बना: मेडिकल कालेज जम्मू में सर्जरी के वार्ड नंबर 11 को फिर से कोविड वार्ड बना दिया गया है। इस वार्ड में भर्ती सभी मरीजों को वार्ड नंबर दस में भेज दिया गया है। जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन के अनुसार वार्ड नंबर दो और वार्ड नंबर 15 को भी कोविड वार्ड बनाया जाएगा। यह मरीजों की संख्या पर निर्भर करेगा। वहीं वार्ड नंबर 11 में आक्सीजन की भी व्यवस्था की गई है।

संक्रमित बच्चे, महिलाएं होगी गांधीनगर में भर्ती: श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में संक्रमित आने वाले बच्चे तथा गर्भवती महिलाओं को अब गांधीनगर स्थित जच्चा-बच्चा अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। शनिवार को जारी आदेश के बाद इन मरीजों को जच्चा-बच्चा अस्पताल में भर्ती किया गया। पिछले साल भी इसी अस्पताल में बच्चे और गर्भवती महिलाएं भर्ती थीं। 

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