Corona Warriors: डेढ़ माह से परिवार के सदस्यों से नहीं मिले डाक्टर इकबाल मलिक
डाक्टर इकबाल मलिक कहते है कि इस समय क्षेत्र में कोरोना की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई है। इसके अलावा पूरे ब्लाक में कोरोना वेक्सीन के शिविर लगे हुए है। अस्पतालों में कोरोना पाजिटिव मरीजों का उपचार हो रहा है।
राजौरी, जागरण संवाददाता: कोरोना की दूसरी लहर पहले से अधिक तेज हो चुकी है। शहरों के साथ साथ गांवों में भी लोग कोरोना की चपेट में आ रहे है। इसके अलावा वैक्सीनेशन भी चल रही है और हर क्षेत्र में कोरोना की जांच के लिए विभिन्न टीमें नियुक्त की जा चुकी है।
यह सब ब्लाक कंडी में ब्लाक चिकित्सा अधिकारी डाक्टर इकबाल मलिक की देखरेख में चल रहा है। पूरा दिन वह अपनी टीमों के बीच रहते है और शाम को अपने कार्यालय जो कंडी में स्थित है वहीं पर रहते है। वह डेढ़ माह से अपने घर नहीं आए और ईद का पर्व भी वीडियो काल करके अपने परिवार के सदस्यों से मनाया। उनका कहना है कि कोरोना को हराने के बाद ही घर की तरफ आएंगे।
डाक्टर इकबाल मलिक काफी बेहतर प्रशासक माने जाते है जबसे कोरोना की दूसरी लहर आई है वह अपने घर नहीं आए है और दिन रात लोगों के बीच में ही रहकर कोरोना को हराने का प्रयास कर रहे है। डाक्टर इकबाल मलिक कहते है कि इस समय क्षेत्र में कोरोना की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई है। इसके अलावा पूरे ब्लाक में कोरोना वेक्सीन के शिविर लगे हुए है।
अस्पतालों में कोरोना पाजिटिव मरीजों का उपचार हो रहा है। यह सब मिलकर किया जा रहा है अगर मैं हर रोज घर लौट जाऊ तो मेरे डाक्टर व अन्य कर्मचारी अपने कार्य में ढिलाई कर सकते है। उन्होंने कहा कि इस बार जीवन में पहली बार ईद का पर्व भी वीडियो काल के माध्यम से अपने परिवार के साथ मनाया। अपनों से दूर रहने का दर्द भी है, लेकिन उन लोगों की सेवा भी जरूरी है जो कोरोना पाजिटिव है। इसके साथ साथ कर्मचारियों व डाक्टरों का मनोबल भी बढ़ाना है ताकि वह बेहतर से बेहतर कार्य कर सके।
डाक्टर मलिक का कहना है कि अब कोरोना को हरा कर ही घर जाने का फैसला लिया है। वहीं डाक्टर इकबाल मलिक द्वारा इस कोरोना काल में किए जा रहे कार्यों की काफी सराहना की जा रही है।