Raju Ist In Jammu To Get Coronavirus Vaccine: प्रदेश में स्वच्छता पर्यवेक्षक राजू को लगा कोरोना वैक्सीन का पहला टीका
Raju Ist In Jammu To Get Coronavirus Vaccine जीएमसी की सर्जरी ओपीडी के बाहर ही टीकाकरण अभियान के लिए तीन कक्ष बनाए गए हैं। प्रतीक्षा कक्ष टीकाकरण कक्ष और निगरानी कक्ष शामिल हैं। प्रतीक्षा कक्ष में टीका लगवाने वाले का नाम और दस्तावेज समेत एप पर पंजीकरण भी देखा जाएगा।
जम्मू, रोहित जंडियाल: राजकीय मेडिकल कालेज (जीएमसी) जम्मू के स्वच्छता पर्यवेक्षक (सेनेटरी सुपरवाइजर) राजू आज शनिवार को जम्मू-कश्मीर के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया। वह प्रदेश के पहले व्यक्ति थे, जिन्हें कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया गया। राजू इससे उत्साहित थे। वह खुद को सौभाग्यशाली मान रहे हैं कि पहले टीके के लिए उन्हें चुना गया।
देश भर की तरह जम्मू कश्मीर में भी आज शनिवार से कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू हो गया। प्रदेश में वैक्सीन की 1,46,500 डोज दवाई आई है। इसमें से 67,500 डोज जम्मू संभाग के लिए हैं। पहले दिन मेडिकल कालेज में डाक्टरों, पैरामेडिकल और नर्सिग स्टाफ के सौ सदस्यों को मेडिकल कालेज जम्मू में वैक्सीन लगाई जाएगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के सामने पहला टीका सेनेटरी सुपरवाइजर राजू को लगाया। राजू के बाद दस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, डॉक्टरों को कोरोना वैक्सीजन दी गई।
राजू ने बताया कि उसे एक दिन पहले यह जानकारी मिल गई थी कि पहला टीका उसे ही लगेगा। इससे वह उत्साहित थे। वैक्सीन लगवाने वाला जम्मू कश्मीर का पहला शख्स बनना गर्व की बात है। राजू ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर उन्हें कोई डर नहीं है। सरकार ने जिस वैक्सीन को मंजूरी दी है, उसके पहले टेस्ट हुए हैं। जब उसने अपने परिवार में यह बात बताई थी, तो वे भी खुश हुए। राजू ने बताया कि प्रधानमंत्री और उपराज्यपाल के सामने उसे टीका लगाया गया। यह उसके लिए सम्मान की बात है।
टीका लगाने के बाद राजू ने सभी को यह संदेश दिया कि वे भी सरकार के इस अभियान का हिस्सा बनें। जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश को कोरोना से मुक्त बनाएं। एक वर्ष से हम इस महामारी से जूझ रहे हैं। कई महीनों से हमें वैक्सीन का इंतजार था। अब वैक्सीन आ गई है और यह खुशी कि बात है कि इस संक्रमण से सीधे लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों को ही प्राथमिकता पर वैक्सीन दी जा रही है।
सुरक्षित है वैक्सीन, घबराने की जरूरत नहीं: बायोकैमिस्ट्री विभाग के एचओडी डा. एएस भाटिया को भी शनिवार को ही वैक्सीन दी जाएगी। उनका कहना है कि इससे विभाग में सकारात्मक संदेश जाएगा। अन्य सभी भी वैक्सीन के लिए खुद आगे आएंगे। पहले दिन ही वैक्सीन लगना एक अलग अनुभव होगा। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं। किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। पहले दिन डा. शिवानी, डा. जसमीत, डा. आशिमा, डा. पल्लव, डा. शाम सहित कई विभागों के डॉक्टरों और कर्मचारियों को भी जीएमसी में ही टीका लगाया जाएगा। इस सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा था। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि सूची में मामूली फेरबदल होने की संभावना रहती है।
चार हजार लोगों को टीका देने का लक्ष्य: जम्मू-कश्मीर के प्रत्येक जिले में अब दो स्थानों पर कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। यानी अब सभी 20 जिलों में 40 साइट बनाई गई हैं, जहां पर टीकाकरण होगा। पहले 27 स्थान ही चिह्नित किए गए थे। प्रत्येक जगह सौ लोगों को टीका लगाया जाएगा। इस लिहाज से पहले दिन अधिकतम चार हजार लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य है। इनमें डाक्टर, पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ के अलावा सफाई कर्मचारी और नर्सिंग अर्दली शामिल होंगे। सभी जिला मुख्यालयों से अस्पतालों में वैक्सीन शुक्रवार को ही पहुंच गई है। बांडीपोरा के गुरेज में हेलीकाप्टर से वैक्सीन भेजी गई। डोडा जिले में 1950 खुराक भेजी गई।
मुख्य कार्यक्रम जीएमसी जम्मू में: टीकाकरण अभियान का मुख्य कार्यक्रम जम्मू में राजकीय मेडिकल कालेज में होगा। यहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज सुबह 10 बजे अभियान का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को भी सीधे प्रसारित किया जाएगा। हालांकि, जम्मू में प्रधानमंत्री के किसी से बात करने की संभावना कम ही बताई जा रही है। जम्मू में उपजिला अस्पताल बिश्नाह में भी टीकाकरण होगा।
श्रीनगर में मुख्य कार्यक्रम शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेस सौरा में होगा। यहां उपराज्यपाल के सलाहकार आरआर भटनागर मौजूद रहेंगे। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल ढुल्लू और परिवार कल्याण विभाग की निदेशक डा. रेनू शर्मा ने सभी प्रबंधों की निगरानी की है।
लद्दाख में 11,502 डोज दवाई पहुंची: लद्दाख में कोरोना वैक्सीन के 11,502 डोज पहुंचे हैं। लेह जिले में 17 और कारगिल में 23 जगह टीकाकरण होगा। उपराज्यपाल आरके माथुर लद्दाख में टीकाकरण कार्यक्रम का उदघाटन करेंगे।
जीएमसी में ऐसी है तैयारी: जीएमसी की सर्जरी ओपीडी के बाहर ही टीकाकरण अभियान के लिए तीन कक्ष बनाए गए हैं। इनमें प्रतीक्षा कक्ष, टीकाकरण कक्ष और निगरानी कक्ष शामिल हैं। प्रतीक्षा कक्ष में टीका लगवाने वाले का नाम और दस्तावेज समेत एप पर पंजीकरण भी देखा जाएगा। मोबाइल पर ओटीपी नंबर आने पर उसे टीकाकरण कक्ष में भेजा जाएगा। टीका लगवाने के बाद आधा घंटा निगरानी कक्ष में रखा जाएगा। इस दौरान वह सामान्य रहता है तो उसे छुट्टी दे दी जाएगी। अगर कोई विपरीत प्रभाव पड़ता है तो प्राथमिक उपचार के बाद उसे जीएमसी ही भर्ती कर लिया जाएगा।