Corona Vaccine In Jammu Kashmir: वैक्सीन की फिर हुई कमी, कई जिलों में नहीं हुआ टीकाकरण

राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में मेडिसिन विभाग में प्रोफेसर डा. फियाज अहमद वानी का कहना है कि अगर किसी को बुखार है गले में दर्द और कमजोरी व थकान महसूस हो रही है तो वह अपने आप को आइसोलेट कर ले।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 07:26 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 07:26 AM (IST)
Corona Vaccine In Jammu Kashmir: वैक्सीन की फिर हुई कमी, कई जिलों में नहीं हुआ टीकाकरण
अब तक 27,02188 लोगों ने अपना टीकाकरण करवा लिया है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में रविवार को फिर से वैक्सीन की कमी देखने को मिली। इस कारण जम्मू जिले सहित कई अन्य जिलों में भी टीकाकरण नहीं हो पाया। कुल 10,441 लोगों ने ळी टीकाकरण करवाया। इसे मिलाकर अब तक 27,02188 लोगों ने अपना टीकाकरण करवा लिया है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार रविवार को 45 साल से अधिक आयु वर्ग में जम्मू, श्रीनगर और कुलगाम जिलों में टीकाकरण नहीं हुआ। हालांकि अधिकारियों ने इस पर कुछ भी बताने से इंकार किया लेकिन सूत्रों का कहना हैकि विभाग के पास वैक्सीन की कमी होने के कारण ही इन तीनों जिलों में टीकाकरण नहीं हो पाया।

वहीं शोपियां में 28, बडगाम में 60, बारामुला में 38, पुंछ में 369,किश्तवाड़ में 633 और रियासी में 721 लोगों ने टीकाकरण करवाया। अभ्साी तक शोपियां जिले में सबसे अधिक 96.84, गांदरबल में 95.70 और जम्मू में 95.02 फीसद लोगों ने टीकाकरण करवाया है। वहीं कुपवाड़ा में सबसे कम 27.33 और श्रीनगर मं 35.37 फीसद लोगों ने टीकाकरण करवाया है।

बुखार और कमजोरी है तो करवाएं कोविड जांच: राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में मेडिसिन विभाग में प्रोफेसर डा. फियाज अहमद वानी का कहना है कि अगर किसी को बुखार है, गले में दर्द और कमजोरी व थकान महसूस हो रही है तो वह अपने आप को आइसोलेट कर ले और तुरंत कोविड की जांच करवाए। समय पर कोविड का पता चलने से उसके स्वस्थ होने की पूरी उम्मीद रहती है। यही नहीं इससे संक्रमण को भी फैलने से रोका जा सकता है। डा. वानी ने कहा कि मामूली लक्षणों वाले मरीज भी पानी पीते रहें और अपने आक्सीजन का स्तर भी देख लें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का आक्सीजन स्तर 94 से ऊपर है, वे सुरक्षित हें। अगर आक्सीजन का स्तर 94 से 90 के बीच आता है तो उसे अलर्ट हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेट के बल लेटने से भी शरीर में आक्सीजन का स्तर बढ़ने में मदद मिलती है। इस दौरान अगर आक्सीजन का स्तर 90 से कम हो जाता है तो मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए।

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