Coronavirus in Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर की सवा करोड़ आबादी में 50 लाख लोगों की हो चुकी कोरोना जांच

जम्मू-कश्मीर में अब तक पचास लाख से अणिक लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। अभी भी इसमें कमी नहीं आई है और हर दिन औसतन बीस हजार के करीब टेस्ट हो रहे हैं।वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जम्मू-कश्मीर की जनसंख्या एक करोड़ पच्चीस लाख है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 07:50 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 07:50 PM (IST)
Coronavirus in Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर की सवा करोड़ आबादी में 50 लाख लोगों की हो चुकी कोरोना जांच
जम्मू-कश्मीर में अब तक पचास लाख से अणिक लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जम्मू-कश्मीर माडल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सराहना कर चुके हैं। इसमें एक था अधिकांश लोगों की जांच करना। जम्मू-कश्मीर में अब तक पचास लाख से अणिक लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। अभी भी इसमें कमी नहीं आई है और हर दिन औसतन बीस हजार के करीब टेस्ट हो रहे हैं।वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जम्मू-कश्मीर की जनसंख्या एक करोड़ पच्चीस लाख है।नेशनल हेल्थ मिशन से मिले आंकड़ों के अनुसार अभी तक जम्मू-कश्मीर में 50,38,661 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है।

करीब हर तीसरे व्यक्ति की कोरोना जांच हो चुकी है। इनमें से 2.49 फीसद में ही संक्रमण की पुष्टि हुई है। अभी भी टेस्ट करने की संख्या को यहां पर कम नहीं किया गया है। अगर जनसंख्या के अनुसार देखा जाए तो जम्मू-कश्मीर उन राज्यों में शामिल है जहां पर सबसे अधिक कोरोना जांच हुई है। यहां पर कोरोना संक्रमण के मामले कम आने के बाद पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट कई जगहों पर होना बंद हो गए थे लेकिन अब कई प्रदेशों में संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद जम्मू और श्रीनगर एयरपोर्ट के अलावा रेलवे स्टेशन जम्मू में आरटी-पीसीआार टेस्ट फिर से शुरू हो गए हैं। जम्मू के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी सिंह का कहना है कि जम्मू रेलवे स्टेशन पर हर दिन 250 और एयरपोर्ट पर 150 आरटी-पीसीआर टेस्ट हो रहे हैं। वहीं रैपिड टेस्ट भी हो रहे हैं।

दस हजार लोगों का हुआ टीकाकरण : कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण जारी है। सोमवार को दस हजार स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए गए हैं।हालांकि अभी भी लक्ष्य से बहुत पीछे स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण हो रहा है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. काजी हारूण का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मियों को लगातार अपील की जा रही है कि वे अपनी जांच करवाएं। पच्चीस फरवरी तक उनका टीकाकरण किया जााएगा। उन्होंने बताया कि पचास साल से अणिक उम्र के लोगों का टीकाकरण भी छह मार्च से करने की तैयारी है लेकिन अभी इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है। यह टीकाकरण मुफ्त में ही होने की उम्मीद है लेकिन अभी इस पर भी कोई फैसला नहीं हुआ है।

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