CorovaVirus in J&K : जम्मू-कश्मीर में 149 लोगों में कोरोना संक्रमण की हुई पुष्टि, तीन और की मौत
जम्मू संभाग में आए मामलों में जम्मू और रियासी में नौ-नौ हैं। इसी तरह राजौरी में पांच डोडा और किश्तवाड़ में तीन-तीन मामले आए। कठुआ सांबा पुंछ और रामबन जिलों में कोई भी नया मामला नहीं आया। कश्मीर में 42 मामले श्रीनगर 23 बारामुला 19 बडगाम 13 कुपवाड़ा में आए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण का सिलिसला जारी है। शनिवार को प्रदेश में 149 और लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं तीन और कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत भी हो गई। इससे पहले गत दिवस सात मरीजों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात यह है कि शनिवार को 141 मरीज और स्वस्थ भी हुए हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन लोगों को लगातार बचाव के नियम को अपनाने के लिए जागरूक कर रहा है।
नेशनल हेल्थ मिशन से मिले आंकड़ों के अनुसार शनिवार को आए 149 मामलों में से 119 मामले कश्मीर संभाग और 30 मामले जम्मू संभाग के हैं। जम्मू संभाग में आए मामलों में जम्मू और रियासी में नौ-नौ मामले आए हैं। इसी तरह राजौरी में पांच, डोडा और किश्तवाड़ में तीन-तीन मामले आए। कठुआ, सांबा, पुंछ और रामबन जिलों में कोई भी नया मामला नहीं आया। कश्मीर में 42 मामले श्रीनगर, 23 बारामुला, 19 बडगाम, 13 कुपवाड़ा में आए। इस दौरान कश्मीर में तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत भी हुई। इससे अब जम्मू-कश्मीर में 4473 मरीजों की मौत हो चुकी है।
गत दो दिनों में ही सात मौतें हो चुकी है। इनमें छह मौतें कश्मीर संभाग में हुई है। हालांकि अच्छी बात यह है कि कोरोना संक्रमित मरीज लगातार स्वस्थ भी हो रहे हैं। अभी तक 3,30,189 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अभी 1724 सक्रिय मरीज रह गए हैं। यही नहीं कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान भी जारी है। 2436 लोगों ने पहली डोज ली जबकि 35,296 लोगों ने दूसरी डोज ली। अभी तक जम्मू-कश्मीर में कुल एक करोड़, 65 लाख, 19 हजार से अधिक डोज लाेगों को दी जा चुकी हैं।
अब माइक्राे कंटेनमेंट जोन पर जोर : स्वास्थ्य विभाग अब कोरोना से बचाव के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने जा रहा है। अगर किसी जगह पर तीन या इससे अधिक लोगों में एक साथ कोरोना की पुष्टि होती है तो उसे माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना दिया जाएगा। जम्मू के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी सिंह का कहना है कि कुछ परिवारों में मामले आए हैं। लेकिन अधिकांश जगहों पर एक-एक या फिर दो मामले ही आ रहे हैं।