Corona Curfew in J&K: अब सात नहीं सभी 20 जिलों में 17 मई तक कोरोना कर्फ्यू, सुबह चार घंटे इन दुकानों को खोलने की छूट
जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण की विस्फोटक होती स्थिति पर काबू पाने के लिए सरकार ने सभी 20 जिलों में 17 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू करने के आदेश दिए हैं। कोरोना कर्फ्यू 20 जिलों में 10 मई सुबह 700 बजे से 17 मई सुबह 700 बजे तक लागू रहेगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू कश्मीर में कोरोना की विस्फोटक हो रही स्थिति पर काबू पाने के लिए सरकार ने सभी 20 जिलों में कोरोना कर्फ्यू 17 मई 2021 तक बढ़ा दिया है। पहले जम्मू कश्मीर के 5 जिलों जम्मू सांबा, बारामुला, बडगाम और श्रीनगर में लागू था जो 10 मई 2021 को सुबह सात बजे समाप्त हो रहा था।
अब सरकार ने जम्मू कश्मीर के सभी 20 जिलों में कोरोना कर्फ्यू को एक सप्ताह के लिए 17 मई 2021 सुबह 7:00 बजे तक बढ़ाने का फैसला किया है। इसके साथ ही शादियों के समारोह में अतिथियों की संख्या को कम करके 25 कर दिया है। पहले यह संख्या 50 निर्धारित की गई थी। अतिथियों की संख्या का आदेश आज रविवार से लागू हो गया है। इसका फैसला कोविड टास्क फोर्स की उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया जिसकी अध्यक्षता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की। उपराज्यपाल ने जिला आधार पर कोरोना की स्थिति, कटेंनमेंट जोन, कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों का जायजा लिया।
बैठक में बताया गया कि केंद्र सरकार के सहयोग से जम्मू कश्मीर में जल्द ही 10 अतिरिक्त ऑक्सीजन उत्पाद प्लांट तैयार हो रहे हैं। उपराज्यपाल ने अधिकारियों से कहा कि वे ऑक्सीजन प्लांट को जल्द पूरा करवाने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। जम्मू कश्मीर के बड़े कोविड सरकारी अस्पतालों में अपने ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे हैं अन्य आक्सीज प्लांट के बन जाने से भी फायदा होगा। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए यह फैसला किया गया कि सरकारी विभागों में पचास फीसद स्टाफ ड्यूटी पर आएगा और इसके लिए रोस्टर बनाया जाएगा। सरकार कोरोना कर्फ्यू के दौरान कर्मचारियों को पास देगी और लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जाएगा।
यह भी फैसला किया गया कि जम्मू और कश्मीर डिवीजन में एक-एक ट्राइज सेंटर स्थापित किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के समय पर इलाज करने के बेहतर परिणाम आने पर उपराज्यपाल ने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि टेस्ट की संख्या बढ़ाए ताकि प्रभावित मरीजों की पहचान की जा सके और समय पर उनका इलाज हो सके। उन्होंने लोगों से इसके लिए सहयोग देने को कहा। उपराज्यपाल ने जम्मू और कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर से कहा कि वह घर-घर जाकर स्क्रीनिंग और कोरोना की जांच के लिए टेस्ट करने के लिए कदम उठाए ताकि संवेदनशील जनसंख्या का स्थानीय स्तर पर पता लग सके। तकनीक के इस्तेमाल और लोगों तक पहुंच बनाने पर जोर देते हुए उपराज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टेलीमेडिसिन सुविधा आम लोगों के लिए मेडिकल कॉलेजों और अन्य अस्पतालों में उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने टेलीमेडिसिन सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए लोगों को जागरूक करने पर भी जोर दिया।
बैठक में जिला आधार पर कोरोना की कर्फ्यू से पहले की स्थिति और कोरोना कर्फ्यू के दौरान की स्थिति पर विचार विमर्श किया गया। यह पाया गया कि कोरोना कर्फ्यू के बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं और इससे कोरोना पर काबू पाने में मदद मिल रही है विशेषकर सामुदायिक स्तर पर। पुलिस विभाग से कहा गया कि वह जारी पाबंदियों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं। उपराज्यपाल ने श्रीनगर और जम्मू में डीआरडीओ टीम की तरफ से बनाए जा रहे पांच पांच सौ बिस्तरों वाले कोविड अस्पताल की प्रगति का जायजा लिया। उपराज्यपाल को बताया गया कि 7604448 टेस्ट हो गए है और प्रति दिन प्रति दस लाख जनसंख्या पर तीन हजार टेस्ट किए जा रहे हैं। बैठक में मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रामण्यम, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, वित्त विभाग के वित्तीय आयुक्त अरुण कुमार मेहता, गृह विभाग के प्रमुख सचिव शालीन काबरा व अन्य अधिकारी शामिल हुए।