दिवाली को दो हफ्ते से कम समय बचा, मगर स्टाल लगाने की अनुमति पर संशय बरकार

इस बार दीपावली पर पटाखों के स्टाॅल लगेंगे या नहीं इस पर अभी तक संशय बरकार है। हर साल अब तक स्टाॅल लगाने की सारी प्रक्रियाएं लगभग पूरी हो चुकी होती थी। मगर इस बार दीपावली को महज दो सप्ताह शेष हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 02:53 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 02:55 PM (IST)
दिवाली को दो हफ्ते से कम समय बचा, मगर स्टाल लगाने की अनुमति पर संशय बरकार
ऊधमपुर में आवासीय क्षेत्र और भीड़ वाले बाजारों में पटाखे बेचने पर प्रतिबंधित होता है।

ऊधमपुर, जागरण संवाददाता।मार्च से जारी कोरोना महामारी का प्रकोप लगातार जारी है। हालांकि यह कम तो हुआ है, लेकिन मार्च के बाद कोरोना ने सभी त्योहारों का मजा फीका कर दिया है। अब धूमधाम से मनाए जाने वाले एक और पर्व दीपावली की बारी है। इस बार दीपावली पर पटाखों के स्टाॅल लगेंगे या नहीं, इस पर अभी तक संशय बरकार है। हर साल अब तक स्टाॅल लगाने की सारी प्रक्रियाएं लगभग पूरी हो चुकी होती थी। मगर इस बार दीपावली को महज दो सप्ताह शेष हैं, पर पटाखों के स्टाॅल लगेंगे या नहीं यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस पर सोमवार को कुछ फैसला लिया जा सकता है।

ऊधमपुर में आवासीय क्षेत्र और भीड़ वाले बाजारों में पटाखे बेचने पर प्रतिबंधित होता है। हर साल जिला प्रशासन पटाखों की बिक्री के लिए सुभाष स्टेडियम में स्टाॅल लगाने की अनुमति देता है। हर साल 40 से ज्यादा पटाखा विक्रेता चार दिन तक स्टाॅल लगा कर पटाखों की बिक्री करते हैं। हर साल स्टाॅल लगाने के लिए आवेदन की प्रक्रिया अगस्त या सितंबर माह में शुरू हो जाती है। मगर इस बार दीपावली को दो सप्ताह से भी कम समय शेष रह गया है। अभी तक आवेदन की प्रक्रिया शुरू होना तो दूर, यही स्पष्ट नहीं है कि इस बार स्टाॅल लगाने की अनुमति दी जाएगी या नहीं।

इस बारे में फायर क्रैकर्स एसोसिएशन ऊधमपुर के अतुल शर्मा, पवन गुप्ता व अन्य ने बताया कि आम तौर पर पटाखों के स्टॉल लगाने के लिए आवेदन की प्रक्रिया अगस्त अंत या सितंबर के शुरुआत में शुरू हो जाती है। मगर इस बार अभी तक यह प्रक्रिया शुरू तक नहीं हुई है। आवेदन के बाद पुलिस वेरिफिकेशन, मार्किंग सहित अनेकों प्रक्रियाएं होती हैं। अब और ज्यादा देरी होने पर स्टाॅल लगाने में परेशानी होगी। क्योंकि मंजूरी मिलने के बाद ही स्टाॅल लगाने वाले पटाखों की खरीदारी करेंगे। यदि अनुमति देर से प्राप्त हुई तो नुकसान की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले सोमवार से दो से तीन बार प्रशासन से संपर्क किया जा चुका है, मगर अभी तक अनुमति दिए जाने संबंधी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। मगर प्रशासन ने इतना जरूर कहा है कि यदि जम्मू में स्टाॅल लगाने की मंजूरी दी जाएगी तो ऊधमपुर में भी दी जाएगी। मगर स्टाॅल लगाने वालों को कोरोना संक्रमण को लेकर निर्धारित नियमों का पूरी तरह से पालन करना होगा।

एससीआर ऊधमपुर विकार अहमद गिरी ने कहा कि कोरोना माहामारी की वजह से इस बार पटाखों के स्टाॅल लगाने की अनुमति देने संबंधी कोई फैसला अभी तक नहीं आया है। सोमवार को डीसी ऊधमपुर से इस विषय पर चर्चा कर अंतिम फैसला लेंगे। यदि अनुमति देने का फैसला हुआ तो आवेदन लेकर अन्य प्रक्रिया को फौरी तौर पर पूरा करवाया जाएगा।

chat bot
आपका साथी