जम्मू यूनिवर्सिटी के पीजी कोर्सों में दाखिले के एंट्रेंस टेस्ट को लेकर असमंजस

जम्मू कश्मीर में कोरोना के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद जम्मू यूनिवर्सिटी के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों के दाखिले के लिए होने वाले एंट्रेंस टेस्ट पर असमंजस पैदा हो गया है। जम्मू कश्मीर में 15 मई 2021 तक यूनिवर्सिटी समेत सारे शिक्षण संस्थान बंद हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 07:09 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 07:09 PM (IST)
जम्मू यूनिवर्सिटी के पीजी कोर्सों में दाखिले के एंट्रेंस टेस्ट को लेकर असमंजस
इस बार भी दाखिलों के लिए एंट्रेस टेस्ट होने की कोई संभावना नहीं है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में कोरोना के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद जम्मू यूनिवर्सिटी के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों के दाखिले के लिए होने वाले एंट्रेंस टेस्ट पर असमंजस पैदा हो गया है। कोरोना से उपजे हालात के कारण जम्मू कश्मीर में 15 मई 2021 तक यूनिवर्सिटी समेत सारे शिक्षण संस्थान बंद हैं। इस बार भी दाखिलों के लिए एंट्रेस टेस्ट होने की कोई संभावना नहीं है।

पिछले साल जुलाई का अकादमिक सत्र इस साल के फरवरी में शुरू हुआ था। यह कहना गलत नहीं होगा कि सारा अकादमिक कैलेंडर गड़बड़ा चुका है। पीजी कोर्सों में इस बार भी दाखिले देरी से होना तय है क्योंकि परीक्षाएं समय पर नहीं हो पा रही है।हर सेमेस्टर देरी के साथ चल रहा है। ग्रेजुएशन की डिग्री के आधार पर ही जम्मू यूनिवर्सिटी ने पिछले साल दाखिले किए थे और इस बार भी ठीक वैसे ही हालात बन रहे है। यूनिवर्सिटी फिलहाल किसी एंट्रेंस टेस्ट की तैयारी नहीं कर रहा है। यूनिवर्सिटी ने सभी डिग्री कॉलेजों से कह दिया है कि वे अपने अपने स्तर पर ऑनलाइन परीक्षा लें। सेमेस्टर परीक्षाओं में रियायत देते हुए विद्यार्थियों से कुल आठ प्रश्नों में से चार प्रश्न करने के लिए कहा गया है। इससे अंडर ग्रेजुएट की परीक्षाओं का काम पूरा हो जाएगा क्योंकि हालात सामान्य होने में अभी काफी समय लगेगा। यूनिवर्सिटी भी पीजी कोर्सों की ऑनलाइन पढ़ाई ही करवा रहा है।

अकादमिक मामलों के डीन प्रो. नरेश पाधा का कहना है कि एंट्रेंस टेस्ट के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। इस समय तो यूनिवर्सिटी समेत सारे शिक्षण संस्थान बंद है। हालात पर नजर रखी जा रहा है। बताते चले कि जम्मू यूनिवर्सिटी की सबसे बड़ी सांस्कृतिक गतिविधि डिस्प्ले योअर टैलेंट भी पिछले साल के अकादमिक सत्र के बाद नहीं हो पाई थी। विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दर्शाने का मौका नहीं मिला। स्टूडेंट यूनियन के चुनाव भी नहीं हो पाए थे।

chat bot
आपका साथी