Jammu: कोरोना के कारण बाबा चमलियाल और सिद्ध गोरिया मेले पर असमंजस

चमलियाल मजार के प्रबंधक प्रधान बिल्लु चौधरी के अनुसार 24 जून वीरवार को आयोजित होने वाले चमलियाल वार्षिक मेले के आयोजन पर प्रशासनिक अधिकारियों से अभी तक कोई महत्वपूर्ण चर्चा नहीं हो पाई है।अंतिम निर्णय प्रशासनिक आदेश पर निर्भर रखा गया है।

By Edited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:26 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:27 AM (IST)
Jammu: कोरोना के कारण बाबा चमलियाल और सिद्ध गोरिया मेले पर असमंजस
सांबा डीसी डा. अनुराधा गुप्ता जल्द ही प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाकर चर्चा करने का आश्वासन दिया है।

संवाद सहयोगी, रामगढ़ : 24 जून, वीरवार को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के चमलियाल मेले तथा 18 जुलाई, रविवार को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय स्तर के सिद्ध गोरिया वार्षिक मेले के आयोजनों पर अभी संशय बरकरार है। मौजूदा समय में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रभाव भले ही कम हो रहा है, लेकिन जिला प्रशासन ने अभी इन ऐतिहासिक मेलों के आयोजन की तैयारियों पर कोई विचार नहीं किया है।

जहां तक प्रशासनिक नीतियों का सवाल है तो यह साफ है कि अगर इन ऐतिहासिक मेलों का आयोजन हुआ तो श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी, जिसे नियंत्रण में करना मुश्किल हो जाएगा। वहीं, मेला प्रबंधन द्वारा पहले ही इनके आयोजन का अंतिम निर्णय प्रशासनिक आदेश पर निर्भर रखा गया है।

चमलियाल मजार के प्रबंधक प्रधान बिल्लु चौधरी के अनुसार 24 जून, वीरवार को आयोजित होने वाले चमलियाल वार्षिक मेले के आयोजन पर प्रशासनिक अधिकारियों से अभी तक कोई महत्वपूर्ण चर्चा नहीं हो पाई है। अगर प्रशासन इस मेले के आयोजन पर अपनी सहमति दर्शाएगा तो दरगाह प्रबंधन की तरफ से विधिपूर्ण मेले के आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।

वहीं, सिद्ध गोरिया मठ के महंत पीर भोला नाथ ने भी कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में बढ़ते संक्रमण के खतरे को देखते हुए सिद्ध गोरिया वार्षिक मेले, दंगल व पंद्रह जुलाई को मनाए जाने वाले भैरों नाथ भंडारे के आयोजन फिलहाल स्थगित रखे हुए हैं। उनका कहना है कि अगर प्रशासन ने आदेश दिए तो मेले की परंपरागत रस्मों को निभाया जा सकता है।

उधर, सांबा डीसी डा. अनुराधा गुप्ता जल्द ही प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाकर चर्चा करने का आश्वासन दिया है।

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