आज हड़ताल पर रहेंगे शहर के सफाई कर्मी, नहीं उठेगा कचरा

मांगें पूरी करने के लिए 72 घंटे के अल्टीमेटम के बाद शनिवार को नगर निगम के सफाई कर्मचारी सिविक सफाई कर्मचारी यूनियन के बैनर तले हड़ताल पर रहेंगे। उनका कहना है कि इसके बाद भी यदि निगम प्रशासन नहीं चेता तो वे अगस्त में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 07:11 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 07:11 PM (IST)
आज हड़ताल पर रहेंगे शहर के सफाई कर्मी, नहीं उठेगा कचरा
आज हड़ताल पर रहेंगे शहर के सफाई कर्मी, नहीं उठेगा कचरा

जागरण संवाददाता, जम्मू : मांगें पूरी करने के लिए 72 घंटे के अल्टीमेटम के बाद शनिवार को नगर निगम के सफाई कर्मचारी सिविक सफाई कर्मचारी यूनियन के बैनर तले हड़ताल पर रहेंगे। उनका कहना है कि इसके बाद भी यदि निगम प्रशासन नहीं चेता तो वे अगस्त में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर सकते हैं। शुक्रवार को टाउन हाल में हुई सफाई कर्मचारियों की बैठक में हड़ताल का फैसला लिया गया। सफाई कर्मियों के अलावा नगर निगम के ड्राइवर भी हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। साफ है कि शनिवार को शहर में कहीं से भी कोई कचरा नहीं उठेगा और गंदगी के ढेर लगे रहेंगे। यह मुश्किल और बढे़गी, क्योंकि रविवार की अवकाश भी है। लिहाजा अगले दो दिन तक जम्मू शहर में गंदगी के ढेर नजर आने वाले हैं।

सिविक सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान रिकू गिल ने बताया कि शनिवार को शांतिपूर्ण ढंग से हड़ताल की जाएगी। टाउन हाल में सफाई कर्मचारी नगर निगम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। गिल ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते हमने निगम प्रशासन को काफी समय दिया। हम नहीं चाहते थे कि कोरोना फैले और लोगों को परेशानी हो। अब हालात बदले हैं। इसलिए निगम प्रशासन को नींद से जगाने की जरूरत है। हमने कई ज्ञापन निगम प्रशासन को सौंपे हैं, लेकिन आश्वासन से आगे बात नहीं बनी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते दो साल से 600 कैजुअल कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया अधर में लटकी है। पहले ज्वाइंट कमिश्नर के तबादले की बात कही जाती रही। अब यह समस्या भी नहीं है, फिर भी कुछ नहीं हुआ।

बिना देरी 600 कैजुअल कर्मियों की हो भर्ती

सिविक सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान रिकू गिल ने कहा कि नगर निगम प्रशासन बिना देरी 600 कैजुअल कर्मियों की भर्ती करे। इसके साथ ही निगम में पहले से काम कर रहे जायज लोगों को ही मिले मौका। 61 कांट्रैक्चुअल व कैजुअल कर्मियों को स्थायी किया जाए। सात साल पूरा करने वाले 600 सफाई कर्मचारियों को डेलीवेजर बनाया जाए और सैनिटरी इंस्पेक्टर का डिप्लोमा करने वालों को प्रभार सौंपा जाए। उन्होंने कहा कि अब जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है। इसलिए उनकी मांग है कि देश के अन्य केंद्र शासित राज्यों की तर्ज पर जम्मू नगर के सफाई कर्मचारियों को भी वेतन व अन्य सुविधाएं दी जाएं।

chat bot
आपका साथी