Chamliyal Mela 2021: इस बार भी चमलियाल मेला स्थगित, गाइडलाइन के साथ मिल सकती है परंपरा निभाने की रियायत
Chamliyal Mela 2021 मेले के आयोजन को लेकर सांबा जिला मुख्यालय पर प्रशासनिक अधिकारियों की विशेष बैठक हुई। इसमें चमलियाल मजार प्रबंधन के सदस्यों के अलावा पंचायत प्रमुख व बीएसएफ अधिकारी शामिल हुए। डीसी डा. गुप्ता ने प्रशासनिक अधिकारियों से राय जानी।
रामगढ़ (सांबा), संवाद सहयोगी : अंतरराष्ट्रीय सीमा की जीरो लाइन छन्नी फतवाल में बाबा चमलियाल मजार पर 24 जून को लगने वाला वार्षिक मेला कोरोना महामारी के कारण इस बार भी नहीं लगेगा। वीरवार को उपायुक्त (डीसी) डा. अनुराधा गुप्ता ने इसकी पुष्टि की। डा. गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में महामारी को देखते हुए अधिकारियों ने मेले में जुटने वाली भीड़ से संक्रमण का खतरा बढऩे की आशंका जाहिर की। डीसी ने कहा कि मेला संभव नहीं होगा, लेकिन मेले की परंपरा निभाने के लिए बीएसएफ और दरगाह प्रबंधक कमेटी को कोरोना नियमों का पालन करते हुए कुछ रियायत मिल सकती है।
मेले के आयोजन को लेकर सांबा जिला मुख्यालय पर प्रशासनिक अधिकारियों की विशेष बैठक हुई। इसमें चमलियाल मजार प्रबंधन के सदस्यों के अलावा पंचायत प्रमुख व बीएसएफ अधिकारी शामिल हुए। डीसी डा. गुप्ता ने प्रशासनिक अधिकारियों से राय जानी। अधिकारियों ने मौजूदा समय में कोरोना की दूसरी लहर के चलते संक्रमण का खतरा होने की आशंका जाहिर की। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा उठाए कदम, लाकडाउन कोरोना की चेन तोडऩे में कारगर साबित हुए हैैं। यदि दोबारा संक्रमण शुरू हुआ, तो उसे संभाल पाना मुश्किल हो जाएगा।
लिहाजा इस कठिन समय में मेले जैसे बड़े आयोजन संक्रमण को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। डीसी ने अधिकारियों की राय पर सहमति जताई। साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के बाबा मेले को कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर स्थगित किया है। मेले की परंपरा को निभाने के लिए कुछ रियायत मिल सकती है। बैठक में एसीआर जितेंद्र मिश्रा, विजयपुर एसडीएम चंद्र प्रकाश कोतवाल, रामगढ़ तहसीलदार तरसेम लाल, विजयपुर बीडीओ सोनम गुप्ता, एसएसपी राजेश शर्मा, डीआइजी बीएसएफ सुरजीत सिंह शेखो, दरगाह प्रबंधक प्रधान बिल्लू चौधरी, सरपंच आशा कुमारी, पंच बलवंत सिंह, यशपाल आदि उपस्थित रहे।
ढोल-नगाड़ों के साथ सैदांवाली में साप्ताहिक मेले का आयोजन
भारत-पाक सरहद के उस पार गांव सैदांवाली में स्थित बाबा दलीप सिंह मन्हास की मजार पर वीरवार को वार्षिक साप्ताहिक मेले का पारंपरिक ढंग से शुभारंभ होने की सूचना है। सैदांवाली गांव में बाबा चमलियाल दरगाह पर हर साल साप्ताहिक मेला लगता है। पिछले साल भी कोरोना महामारी के कारण भारत व पाकिस्तान में स्थित बाबा की मजारों पर मेले की सिर्फ परंपरा को निभाया गया था। इस साल भी कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते पाकिस्तान में भी चमलियाल मजार पर मेले की परंपरा को निभाने की सूचना है। सूत्रों के अनुसार वीरवार को सैदांवाली में आयोजित हुए चमलियाल साप्ताहिक मेले में श्रद्धालुओं की संख्या नाममात्र रही। सेवादार व इक्का-दुक्का श्रद्धालु ही मजार पर माथा टेकने पहुंचे। हालांकि सैदांवाली की मजार पर ढोल-नगाड़ों की आवाज सरहद के कई किमी दूर तक गांवों में सुनाई दे रही थी। इसी आवाज के गूंजने से लोगों को पता चला कि सैदांवाली में चमलियाल साप्ताहिक मेले की परंपरा को विधिपूर्वक आरंभ कर दिया गया है।