Jammu Kashmir : केंद्रीय राज्यमंत्री मुरुगन ने कहा- जम्मू-कश्मीर विकास के पथ पर खड़ा है
किसानों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि भारत सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कई पहल की है।उन्होंने युवाओं से आगे आकर राष्ट्र निर्माण का हिस्सा बनने की अपील की।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्रीय सूचना और प्रसारण और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डा. एल मुरुगन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समावेशी विकास और सुशासन के विचार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा अपनाए गए दृष्टिकोण ने जम्मू-कश्मीर को विकास के पथ पर खड़ा कर दिया। डा. मुरुगन आल इंडिया रेडियो श्रीनगर में प्रसार भारती के सभागार का उद्घाटन करन के बाद बोल रहे थे।
वर्ष 201में आई विनाशकारी बाढ़ में सभागार क्षतिग्रस्त हो गया था।अब इसका जीर्णोद्वार किया गया है।डा. मुरुगन ने आल इंडिया रेडियो श्रीनगर और दूरदर्शन केंद्र श्रीनगर द्वारा निभाई गई भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ये दोनों संस्थान पिछले कई दशकों से कई भाषाओं में गुणवत्तापूर्ण कार्यक्रम बना रहे हैं। उन्होंने 2014 की विनाशकारी बाढ़ और कोविड-19 महामारी के दौरान आकाशवाणी श्रीनगर और डीडीके श्रीनगर दोनों द्वारा निभाई गई भूमिका का विशेष उल्लेख किया।
डा. मुरुगन ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण, आल इंडिया रेडियो और डीडीके श्रीनगर पड़ोसी देशों द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार का मुकाबला करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इससे पूर्व, अतिरिक्त महानिदेशक, आकाशवाणी और दूरदर्शन, उत्तर क्षेत्र एमएस अंसारी ने अपना स्वागत भाषण दिया और डीडीजी प्रोजेक्ट्स आकाशवाणी, आदित्य चतुर्वेदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पढ़ा। बाद में मंत्री ने ट्राउट कल्चर फार्म लारीबल डाचीगाम का दौरा किया। मंत्री ने
किसानों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि भारत सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कई पहल की है।उन्होंने युवाओं से आगे आकर राष्ट्र निर्माण का हिस्सा बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि ट्राउट खेती आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत बनकर उभरा है और लोगों को इसका हर संभव लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे सरकारी नौकरी ढूंढने से बेहतर है कि खुद का कारोबार शुरू करें। केंद्र सरकार ने इसके लिए भी कई योजनाएं शुरू की हैं। खुद नौकरी करने से बेहतर है कि दूसरों को रोजगार दें और विकास में सहभागी भी बनें।