Jammu: अखनूर के जियो पोता घाट में महाराजा गुलाब सिंह का 200वां राज तिलक दिवस मनाया
तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य के संस्थापक महाराजा गुलाब सिंह का राज तिलक दिवस समारोह जिया पोता घाट अखनूर में मनाया। यह वही स्थान है यहां महाराजा रंजीत सिंह ने 17 जून 1822 को महाराजा गुलाब सिंह का राज्याभिषेक किया था और गुलाब सिंह जम्मू कश्मीर के पहले महाराजा बने।
अखनूर, संवाद सहयोगी । तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य के संस्थापक महाराजा गुलाब सिंह का राज तिलक दिवस समारोह जिया पोता घाट अखनूर में मनाया। यह वही स्थान है यहां महाराजा रंजीत सिंह ने 17 जून 1822 को महाराजा गुलाब सिंह का राज्याभिषेक किया था और गुलाब सिंह जम्मू कश्मीर के पहले महाराजा बने।
मंत्रोच्चरण के बीच महाराजा के बताए रास्तों पर चलने का संकल्प लिया गया
राज तिलक दिवस पर मंत्रोच्चरण के बीच महाराजा के बताए रास्तों पर चलने का संकल्प लिया गया। जम्मू कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट की ओर से आयोजित समारोह के शुरूआत महाराजा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर हुई।
गुलाब सिंह ने तिब्बत, अफगानिस्तान, गिलगित तक सीमाओं का विस्तार किया
इस मौके पर अजय गंडोत्रा ने महाराजा गुलाब सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाराजा गुलाब सिंह ऐसे शासक थे। जिन्होंने तिब्बत, अफगानिस्तान, गिलगित तक सीमाओं का विस्तार किया।
इस मौके पर गंडोत्रा ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते इस वर्ष बड़े स्तर पर आयोजन संभव नहीं हो सका लेकिन अगले वर्ष अगर सब ठीक रहा तो बडे़ स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट सलाहकार समिति के अध्यक्ष डा. पंडित शिव रैना एडवोकेट रामेश्वर सिंह जम्वाल, धर्मार्थ ट्रस्ट के सचिव डा. गोपाल पार्थसारथी, अतिरिक्त सचिव वरिंदर सिंह जम्वाल सहित धर्मार्थ ट्रस्ट के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
महाराज गुलाब सिंह जी का आशीर्वाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पर बना रहे
महान महाराजा को श्रद्धांजलि देते हुए डा. पंडित शिव रैना ने प्रार्थना की कि महाराज गुलाब सिंह जी का आशीर्वाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पर बना रहे।उन्होंने यह भी अनुमान लगाया कि अगले साल भगवान के आशीर्वाद से जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश जल्द ही इस घातक वायरस से छुटकारा पा लेगा और हम इस अवसर को इस महत्वपूर्ण स्थान पर बहुत धूमधाम और उल्लास के साथ मना सकते हैं।उन्होंने इस क्षेत्र के महत्व पर विस्तार से बात की।