नए जम्मू कश्मीर, लद्दाख में पारदर्शी बना प्रशासन

लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के दिन केंद्र शासित प्रदेश का स्थापना दिवस मनाने को लेकर जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय एकता की मजबूती के लिए काम करने के साथ आर्थिक व सामाजिक विकास की मुहिम तेज करने पर प्रण लिया गया।

By Edited By: Publish:Mon, 01 Nov 2021 06:05 AM (IST) Updated:Mon, 01 Nov 2021 06:54 AM (IST)
नए जम्मू कश्मीर, लद्दाख में पारदर्शी बना प्रशासन
जम्मू कश्मीर में जिला स्तर पर प्रशासन के साथ केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद तेज विकास की राह पर अग्रसर जम्मू कश्मीर और लद्दाख में रविवार को बेहतर बदलाव के दो साल पूरे हो गए। जम्मू कश्मीर व लद्दाख के 31 अक्टूबर 2019 को केंद्र शासित प्रदेश बनने के साथ ही पारदर्शिता व जवाबदेही के दौर में जनउम्मीदों पर खरा उतरने के अभियान ने जोर पकड़ लिया था।

रविवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के दिन केंद्र शासित प्रदेश का स्थापना दिवस मनाने को लेकर जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय एकता की मजबूती के लिए काम करने के साथ आर्थिक व सामाजिक विकास की मुहिम तेज करने पर प्रण लिया गया। जम्मू कश्मीर में जिला स्तर पर प्रशासन के साथ केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। रविवार को लेह में मनाए गए केंद्र शासित प्रदेश के स्थापना दिवस के दौरान उपराज्यपाल आरके माथुर ने लद्दाख में दो साल में हुए विकास पर पुस्तिका जारी की।

इस मौके पर लद्दाख के उपराज्यपाल ने कहा कि क्षेत्र में दो साल में इतना विकास हुआ है जो पिछले दो दशक में संभव नहीं हो पाया था। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक विकास के लिए इस समय सड़कों के साथ बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान जारी है। केंद्र सरकार की मदद के साथ जनउम्मीदों पर खरा उतरने के लिए प्रशासन पूरी निष्ठा के साथ काम कर रहा है। इसी बीच लद्दाख यूटी स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में लद्दाख के धर्मगुरु थिक्से रिनपौचे को भी अवार्ड से नवाजा गया।

जम्मू कश्मीर में पीएम विकास के 21 प्रोजेक्ट पूरे केंद्र शासित प्रदेशों में दो साल में पारदर्शिता से विकास को तेजी दी गई। ऐसे में विकास को बड़े प्रोजेक्ट तैयार कर रही एजेंसियों को जवाबदेह बनाने के साथ उन्हें इसे तय समय सीमा में पूरा करने के लक्ष्य दिए गए। इस दौरान केंद्रीय मंत्रियों के साथ केंद्रीय सचिवों ने दूसरे साल में प्रोजेक्ट की निगरानी करने के लिए लगातार दौरे कर विभागों को जवाबदेह बनाया। इसके साथ यह भी सुनिश्चित किया गया कि लोगों के कल्याण के लिए बनाई गई केंद्र प्रायोजित योजनाओं को कामयाब बनाया जाए। जम्मू कश्मीर में प्रधानमंत्री विकास पैकेज के 53 बड़े प्रोजेक्ट में से 21 पूरे हो गए, जबकि 10 प्रोजेक्ट इस साल पूरे हो जाएंगे। इसके साथ प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से दूरदराज इलाकों में सड़कों का जाल बिछाने के लिए भी अभियान जारी है। जम्मू कश्मीर में तेज विकास से तकदीर बदलने के अभियान की कमान स्वयं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा संभाल रहे हैं।

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