NCC In Jammu Kashmir: देश की रक्षा के लिए बेटियों को तैयार कर रहीं कैप्टन शिवानी
NCC in Jammu Kashmir जम्मू के गांधीनगर महिला कालेज में वनस्पति विज्ञान की प्रोफेसर शिवानी शर्मा का सपना था कि सेना में भर्ती होकर देश सेवा करें। इसलिए उन्होंने एनसीसी ज्वाइन की और सी-सर्टिफिकेट हासिल किया। इसके बावजूद किन्हीं कारणों से सेना में भर्ती नहीं हो पाई।
जम्मू, जागरण संवाददाता : मेरा सपना था सेना में भर्ती होने का। यह पूरा नहीं हुआ तो क्या हुआ..अब मैं दूसरी लड़कियों को सेना में जाने के लिए तैयार कर रही हूं। वह सेना में भर्ती होंगी तो मेरा सपना भी पूरा होगा। गर्व से सिर उठाए हुए कैप्टन शिवानी शर्मा कहती हैं कि वह बेटियों को देश की रक्षा के लिए अगली पंक्ति में खड़ा देखना चाहती हैं। वह इन दिनों जम्मू की लड़कियों को सेना में अधिकारी बनाने की जिंदगी जी रही हैं।
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की सेकेंड जेएंडके गर्ल्स बटालियन की एसोसिएट आफिसर कैप्टन शिवानी शर्मा को उनके कठिन परिश्रम का फल मिल रहा है। इसी का ही नतीजा है कि जम्मू की दो एनसीसी कैडेट राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में स्वर्ण व रजत पदक जीत लाई। ये कैडेट अब भारतीय सेना में शामिल होकर देशसेवा करने की तैयारी कर रही हैं। कैप्टन शर्मा की इस निष्ठा व समर्पण को देखते हुए ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वीरवार को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में रक्षामंत्री प्रशस्ति पत्र व बीस हजार रुपये की नकद राशि से पुरस्कृत किया है।
यह सपना था और आगे बढ़ती गई: जम्मू के गांधीनगर महिला कालेज में वनस्पति विज्ञान की प्रोफेसर शिवानी शर्मा का सपना था कि सेना में भर्ती होकर देश सेवा करें। इसलिए उन्होंने एनसीसी ज्वाइन की और सी-सर्टिफिकेट हासिल किया। इसके बावजूद किन्हीं कारणों से सेना में भर्ती नहीं हो पाई। वर्ष 2007 में जब उनका जम्मू कश्मीर के उच्च शिक्षा विभाग में चयन हुआ तो यहीं से अपने सपने को पूरा करने की नई पारी की शुरुआत कर दी। वर्ष 2011 में उन्हें एनसीसी की सेकेंड जेएंडके गर्ल्स बटालियन की एसोसिएट आफिसर की जिम्मेदारी मिली। यहीं से उन्होंने लड़कियों को सेना में जाने के लिए तैयार करने का अभियान शुरू कर दिया। जुलाई 2020 में कैप्टन शिवानी और उनकी आठ कैडेट को एडीजी मेडल भी मिला है।
गांव को गोद लिया, महिलाओं को मिली दिशा: एनसीसी कैडेट को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के साथ शिवानी शर्मा ने अपने सामाजिक दायित्व को भी बखूबी निभाया। अपने कैडेट के साथ मिलकर उन्होंने जम्मू जिले के सियोढ़ा गांव को गोद लिया। उन्होंने पिछले तीन वर्षो में गांववासियों के लिए कई कल्याणकारी काम किए। गांव की महिलाओं के लिए छह महीने का कौशल विकास कार्यक्रम चलाकर उन्हें सिलाई में निपुण किया। इसका लाभ क्षेत्रीय महिलाओं को कोरोना महामारी के दौरान भी मिला। कोरोना महामारी के दौरान कैप्टन शिवानी के मार्गदर्शन में गांव की महिलाओं ने मास्क बनाकर खुद को कोरोना से बचाया और इन्हें बेचकर आमदनी भी की। दिसंबर 2020 में उन्होंने तीन अभियान चलाकर प्लास्टिक कचरा एकत्रित किया और स्वच्छता केंद्र तक पहुंचाया। उनके इन्हीं कार्यो को देखते हुए रक्षामंत्री ने उन्हें सम्मानित किया।
उनका सपना है कि जम्मू की लड़कियां राष्ट्र रक्षा की अग्रिम पंक्ति में हों। इसके लिए वह आगे भी मेहनत जारी रखेगी। रक्षामंत्री से यह सम्मान मिलने पर वह काफी उत्साहित हैं। अब नई ऊर्जा के साथ काम जारी रखेंगी।