Jammu Kashmir: ठेकेदार को पकड़ते ही शुरू हो गया गुलाबगढ़-मचेल सड़क का काम

वर्ष 2008 में लोगों को उम्मीद जागी थी कि 4 या 5 साल में यह सड़क बन जाएगी लेकिन ठेकेदार का रवैया शुरू से ही ढीला रहा। 5 साल में सड़क 6 किमी दूर मसु गाव से पीछे तक ही पहुंची तो वहा ग्रामीणों ने काम रुकवा दिया।

By Edited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 07:32 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 07:46 AM (IST)
Jammu Kashmir: ठेकेदार को पकड़ते ही शुरू हो गया गुलाबगढ़-मचेल सड़क का काम
मचेल सड़क की लंबाई मचेल की सड़क की कुल लंबाई 30 किलोमीटर है

बलबीर सिंह जम्वाल, किश्तवाड़ पिछले 12 साल से अधर में लटका मचेल-गुलाबगढ़ सड़क का निर्माण अब जल्दी होने के आसार नजर आ रहे हैं। प्रशासन ने थोड़ा सख्त रवैया अपनाया, तो पुलिस ने बुधवार को सड़क निर्माण कर रहे ठेकेदार को हिरासत में ले लिया। बाद में ठेकेदार ने उसी समय दो मशीनें लगाकर काम शुरू भी करवा दिया। गुलाबगढ़ से मचेल तक 18 से ज्यादा गाव हैं।

सड़क बनने से करीब 20 हजार की आबादी को सुविधा मिलेगी। खास बात यह है कि मचेल में माता चंडी का प्रसिद्ध मंदिर है। इसके साथ लाखों लोगों की आस्था जुड़ी है। सड़क के अभाव में श्रद्धालु आसानी से मंदिर नहीं पहुंच पाते। जो लोग पैसा खर्च कर सकते हैं, वह हेलीकाप्टर से चले जाते हैं। इसका किराया ज्यादा होने से सभी लोगों की साम‌र्थ्य नहीं है। लोगों की माग है कि जल्द से जल्द गुलाबगढ़ से मचेल तक सड़क बने। इससे कारोबार भी बढ़ेगा। 30 किमी है मचेल सड़क की लंबाई मचेल की सड़क की कुल लंबाई 30 किलोमीटर है, लेकिन 12 साल में यह नहीं बन पाई।

इसमें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) विभाग की भी कमजोरी रही। सड़क गुलाबगढ़ से मचेल के लिए बनाई जा रही है, लेकिन विभाग ने न जाने किन कारणों से इसका नाम अठोली से पलाली रखा और सर्वे भी पलाली तक ही किए गए। देखा जाए तो जहा से सड़क शुरू हुई थी, वहा से अठोली का दो किमी का फर्क है और वह सड़क बीकन (ग्रेफ) के अधीन है। जहा से सड़क मचेल के लिए जानी है, वहा से भी पलाली गाव 3 से 4 किमी है।

वर्ष 2008 में शुरू हुआ था निर्माण: इस सड़क का निर्माण वर्ष 2008 में शुरू हुआ था। तब लोगों को उम्मीद जागी थी कि 4 या 5 साल में यह बन जाएगी, लेकिन ठेकेदार का रवैया शुरू से ही ढीला रहा। 5 साल में सड़क 6 किमी दूर मसु गाव से पीछे तक ही पहुंची तो वहा ग्रामीणों ने काम रुकवा दिया। ऐसे में मामला अदालत तक पहुंचा और काम ठप हो गया। ठेकेदार काम छोड़ कर भाग गया। उसके बाद 2013 में लोगों के साथ प्रशासन ने समझौता किया और घड़ के लिए अलग सड़क बनाने की बात कही। उसी साल फिर से इस सड़क का काम दूसरे ठेकेदार ने शुरू किया। अब जैसे ही यह सड़क जसनाई नाला तक पहुंची, पलाली गाव के लोगों ने एतराज किया। उनका उनका कहना था कि यह पलाली गाव में जानी चाहिए क्योंकि इसका नाम ही अठोली-पलाली है। उसके बाद पलाली से मचेल तक इसको लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए। उस समय प्रशासन ने सख्ती कर काम शुरू करवाया, लेकिन बाद में पलाली गाव के लोगों ने फिर बंद करवा दिया।

प्रशासन ने शुरू की सख्ती: डीडीसी चुनाव को देखते हुए प्रशासन चुप रहा, लेकिन अब सख्ती शुरू की है। बुधवार को गुलाबगढ़ में डीसी की बैठक में यह मामला उठाया गया तो उन्होंने ठेकेदार को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को आदेश दिए। पुलिस ने आदेश का पालन करते हुए ठेकेदार को गिरफ्तार किया, जिसको जमानत मिल गई। ठेकेदार ने प्रशासन से वादा किया कि तुरंत काम शुरू करवाएगा और जल्द ही अपने हिस्से का काम खत्म करेगा। सड़क के लिए 16 करोड़ 42 लाख रुपये लागत रखी गई है। दूसरा टेंडर भी हो चुका है। तारकोल बिछाने तक का काम है। अठोली से पलाली 18 किमी सड़क है, जिसमें 12 किमी बन चुकी है। पलाली से मचेल के टेंडर भी हो चुके हैं, जिसकी लागत 13 करोड़ 50 आएगी। वह सड़क 13 किलोमीटर लंबी होगी। ठेकेदार को हिदायत दी गई है कि जल्द से जल्द काम खत्म करे। -महेंद्र सिंह परिहार, एक्सईएन, पीएमजीएसवाई ठेकेदार को चेतावनी दी है कि काम बंद नहीं करेगा। यदि कोई इसमें रोड़ा अटकाने की कोशिश करेगा तो उसके साथ भी प्रशासन सख्त रवैया अपनाएगा। ठेकेदार काम नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मचेल सड़क ही नहीं, इलाके में जितनी भी पीएमजीएसवाई की सड़कें बनाई जा रही है और काम ठप है, उन सभी ठेकेदारों को हिदायत दी गई है कि वह जल्द से जल्द अपना काम खत्म करें। -अशोक कुमार शर्मा, डीसी, किश्तवाड़

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