Kashmir Band Call Is Fake: गिलानी ने नहीं की है 5 और 15 अगस्त को कश्मीर बंद की घोषणा
परिजनों ने भी इंटरनेट पर वॉयरल हो रहे प्रेस नोट को झूठा करार देते हुए कहा कि गिलानी ने अपने ट्वीटर या फिर अन्य किसी इंटरनेट प्लेटफार्म पर इस तरह का नोट जारी कर कश्मीर के लोगों को 5 या फिर 15 अगस्त को बंद की अपील नहीं की है।
श्रीनगर, जेएनएन। कश्मीर का शांत माहौल पड़ोसी देश को रास नहीं आ रहा है। कश्मीर में एक बार फिर अशांति फैलाने की इच्छा के साथ पड़ोसी देश पाकिस्तान ने इंटरनेट मीडिया का सहारा लेते हुए सईद अली शाह गिलानी के नाम से 5 और 15 अगस्त को संपूर्ण कश्मीर बंद का ऐलान किया है। वहीं सतर्क कश्मीर पुलिस ने समय रहते इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों को जागरूक किया कि इंटरनेट पर जारी प्रेस नोट सईद अली शाह गिलानी ने नहीं बल्कि पाकिस्तान से किसी ने किया है।
बात यह है कि मंगलवार शाम को अचानक से कश्मीर में इंटरनेट मीडिया पर पब्लिक अपील जारी होती है। और देखते ही देखते यह कश्मीर के लोगों में तेजी से वॉयरल होना शुरू हो जाती है। इस अपील में सईद अली शाह गिलानी ने कश्मीर के लोगों से आह्वान किया है कि वह 5 अगस्त जिस दिन जम्मू-कश्मीर से केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 समाप्त कर उसे दो हिस्सों में विभाजित कर केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया और 15 अगस्त जिस दिन देश आजाद हुआ, उस दिन कश्मीर को संपूर्ण बंद रख केंद्र सरकार के फैसलों पर अपना रोष जताएं।
इस अपील के बारे में जैसे ही पुलिस को पता चला वह हरकत में आ गई। जारी नोट की सच्चाई जानने के लिए उन्होंने सईद अली शाह गिलानी के परिजनों से भी संपर्क किया। परिजनों ने भी इंटरनेट पर वॉयरल हो रहे प्रेस नोट को झूठा करार देते हुए कहा कि सईद अली शाह गिलानी ने अपने ट्वीटर एकाउंट या फिर अन्य किसी इंटरनेट प्लेटफार्म पर इस तरह का नोट जारी कर कश्मीर के लोगों को 5 या फिर 15 अगस्त को बंद की अपील नहीं की है।
पुलिस की साइबर विंग ने जब इंटरनेट मीडिया पर वॉयरल हो रहे इस लेटर को टटोलना शुरू किया तो पता चला कि यह पाकिस्तान से जारी किया गया है। पुलिस ने इस संबंध में कश्मीर के लोगों को सूचित करते हुए उन राष्ट्र विरोधी तत्वों को भी चेतावनी दी कि जो यह झूठी अफवाहें आगे फैला रहे हैं, अगर वे बाज नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी बताया कि उन्होंने इस संबंध में बडगाम पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया है। उन लोगों केे खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने पाकिस्तान से जारी इस नोट को अपने-अपने एकाउंट से इंटरनेट मीडिया पर वाॅयरल किया है।