Drone Alert In Jammu : ड्रोन की चुनौती से निपटने के लिए बीएसएफ ने बार्डर के किसानों को किया जागरूक

चुनौती में बार्डर के लोगों की अहमियत को समझते हुए बीएसएफ के अधिकारियों ने शुक्रवार को मढ़ इलाके में ड्रोन को उड़ा कर उसकी तकनीकि जानकारी से अवगत करवाया।किसानों को बताया गया कि ड्रोन कैसे काम करता है।इसका संचालन कैसे होता है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 11:51 AM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 11:51 AM (IST)
Drone Alert In Jammu : ड्रोन की चुनौती से निपटने के लिए बीएसएफ ने बार्डर के किसानों को किया जागरूक
किसानों ने भी बीएसएफ अधिकारियों को इस चुनौती से नपटने में सहयोग देन को कहा।

जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू कश्मीर के बार्डर इलाकों में ड्राेन के जरिए हथियार व मादक पदार्थों को गिराये जाने की चुनाैती से निपटने के लिए बीएसएफ ने जम्मू के सीमावर्ती मढ़ इलाके के लोगों को ड्रोन की तकनीक के बारे में जागरूक किया।

सीमापार पाकिस्तान ड्रोन के जरिए जम्मू कश्मीर में दम तोड़ रहे आंतकवाद को जीवित रखने के लिए कोशिश में लगा है।बीते 27 जून को जम्मू एयरफोर्स स्टेशन में ड्रोन के जरिए दो विस्फोट के बाद जम्मू के अंतरर्राष्ट्रीय और नियंत्रण रेखा पर ड्रोन सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बना हुआ है।

इस चुनौती से निपटने में बार्डर पर रह रहे लोग सुरक्षा बलों को समय समय पर ड्रोन को देखे जाने और यहां तक कि हथियार गिराये जाने की जानकारी भी देते रहेेे हैं।इस चुनौती में बार्डर के लोगों की अहमियत को समझते हुए बीएसएफ के अधिकारियों ने शुक्रवार को मढ़ इलाके में ड्रोन को उड़ा कर उसकी तकनीकि जानकारी से अवगत करवाया।किसानों को बताया गया कि ड्रोन कैसे काम करता है।इसका संचालन कैसे होता है।

अगर यह ड्रोन कहीं दिखे तो इसे स्वयं हाथ न लगाए,क्योंकि इसमें पाकिस्तान द्वारा विस्फोटक भी बांधे हो सकते है।जागरूकता के इस कार्यक्रम में किसानों से कहा गया कि अगर कोई ड्रोन उनके इलाकें में दिखता है या कुछ फैंक कर भाग जाता है तो इसकी जानकारी सुरक्षाबलों को अतिशीघ्र दें।किसानों ने भी बीएसएफ अधिकारियों को इस चुनौती से नपटने में सहयोग देन को कहा।

यहां बता दे कि बीते 4 महीनाें में पाकिस्तान 32 से भी अधिक दफा ड्रोन को भारतीय क्षेत्र में भेज चुका है।कुछेक संवेदनशील इलाकों में सेना ने एंटी ड्रोन सिस्टम को लागू किया है।

chat bot
आपका साथी