Bovine Smuggling in Jammu: पुलिस की सख्ती के बावजूद बाज नहीं आ रहे मवेशी तस्कर
तस्करों से मुक्त करवाए गए मवेशियों को पुलिस ने देखरेख के लिए स्थानीय लोगों को सौंप दिया।पकड़े गए आरोपितों के विरुद्ध जिला आयुक्त के आदेश को ना मानने और मवेशियों से क्रूर्रता करने का मामला दर्ज किया गया हैं। आरोपितों ने मवेशियों को चोरी किया हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: मवेशी तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही। वहीं, मवेशी तस्कर है कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। इस वर्ष जनवरी से अगस्त माह तक जम्मू पुलिस ने 197 मवेशी तस्करी के आरोपितों को गिरफ्तार किया हैं। जबकि एक हजार के करीब मवेशियों को मुक्त करवाया गया हैं।
मंगलवार सुबह जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के सुकेतर में झज्जरकोटली पुलिस ने नाका लगाया। इस दौरान उन्होंने जम्मू से कश्मीर घाटी की ओर जा रहे दो वाहन नंबर जेके02सीजे-7926 और जेके02बीए-5286 को जांच के लिए रोका। दोनों वाहनों में सवार उनके चालकों ने नाके को तोड़ कर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस कर्मियों ने वाहन चालकों को भागने का मौका नहीं दिया। दोनों वाहनों को रोक कर उनकी तलाशी ली तो उनके अंदर मवेशी थे। वाहन चालकों शब्बीर अहमद निवासी सिदड़ा बाईपास और जफर अहमद निवासी रगूडा को मवेशियों को ले जाने के लिए जिला आयुक्त का आदेश दिखाने को कहा। चालकों के पास प्रशासन की ओर से जारी आदेश नहीं था। जिसके चलते पुलिस कर्मियों ने दोनों को तुरंत हिरासत में लेकर उनके वाहनों को जब्त कर लिया।
तस्करों से मुक्त करवाए गए मवेशियों को पुलिस ने देखरेख के लिए स्थानीय लोगों को सौंप दिया। पकड़े गए आरोपितों के विरुद्ध जिला आयुक्त के आदेश को ना मानने और मवेशियों से क्रूर्रता करने का मामला दर्ज किया गया हैं। पुलिस का मानना है कि आरोपितों से मवेशियों को चोरी किया हैं। नगरोटा और झज्जर कोटली इलाके में मवेशी चोरी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो दर्ज की जा रही हैं। रात के अंधेरे में मवेशी चोर घरों के आंगन में घुस का मवेशियों को चुरा कर ले जाता हैं। लोगों का आरोप है कि मवेशी तस्कर ही उनके घरों से मवेशियों को चुरा कर कश्मीर घाटी में ले जाते हैं।