कश्मीर में लौट रहा है बालीवुड, नवंबर महीने में करीब 14 लाख पर्यटक पहुंचे
जम्मू कश्मीर एक बार फिर पहले की तरह रुपहले पर्दे पर नजर आए। इसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। जम्मू कश्मीर अपनी सांस्कृतिक विरासत और पहचान के लिए जाना जाता है। यह भी कहा कि प्रदेश में विकास मान्य होगा जो अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुुंचेगा।
श्रीनगर, जेएनएन। डल झील पर बीते दिनों आयोजित एक सांंस्कृतिक कार्यक्रम और जम्मू कश्मीर फिल्म नीति का उल्लेख करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि उनका मकसद स्पष्ट है कि जम्मू कश्मीर एक बार फिर पहले की तरह रुपहले पर्दे पर नजर आए। इसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। जम्मू कश्मीर अपनी सांस्कृतिक विरासत और पहचान के लिए जाना जाता है। इसका संरक्षण हो। यह भी कहा कि प्रदेश में विकास मान्य होगा जो अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुुंचेगा। इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। हमने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया है। प्रशासन में पारदर्शिता लाई है। जुलाई में कश्मीर में 12 लाख के करीब पर्यटक आए थे, नवंबर में यह आंकड़ा 13.46 लाख हो गया।
सतपाल मलिक के बयान पर प्रतिक्रिया से इनकार
प्रदेश के पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक द्वारा कश्मीर में अक्टूबर में हुई आतंकी घटनाओं के संदर्भ में दिए गए बयान पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि सतपाल मलिक मेरे मित्र हैं, मैं उनका जवाब नहीं दूंगा। अगर आप आंकड़ों की तुलना करेंगे तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। विधानसभा चुनाव पर कहा कि संसद में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री विस्तार से इस मुद्दे पर अपनी बात रख चुके हैं। संसद में कही गई बात के मायने क्या होते हैं, यह सभी जानते हैं। ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता कि जम्मू कश्मीर में चुनाव न कराएं जाएं।