74 दिन के बाद रणजीत सागर झील में लापता कैप्टन जयंत जोशी का शव मिला
तीन अगस्त की सुबह सेना का हेलीप्टर क्रैश होकर रणजीत सागर झील में गिर गया था। हेलीकाप्टर के साथ पायलट और को-पायलट लापता हो गए थे। काफी प्रयास के बावजूद न तो हेलीकाप्टर का सुराग झील में मिल रहा था और न ही लापता पायलट और को-पायलट का।
जम्मू, जेएनएन : तीन अगस्त की सुबह रणजीत सागर झील में क्रैश हुए सेना के हेलीकाप्टर ध्रुव एएलएच मार्क-4 के लापता पायलट कैप्टन जयंत जोशी का शव 74 दिन के बाद आखिरकार बरामद हुआ। शव पूरी तरह क्षत-विक्षत हो चुका है। लापता कैप्टन को ढूंढने का प्रयास लगातार जारी था। इस बीच कैप्टन जयंत जोशी के पिता ने हाल ही में राष्ट्रपति को याचिका डाल कर लापता बेटे की तलाश की मुहिम तेज करने की मांग की थी।
ज्ञात रहे कि तीन अगस्त की सुबह सेना का हेलीप्टर क्रैश होकर रणजीत सागर झील में गिर गया था। हेलीकाप्टर के साथ पायलट और को-पायलट लापता हो गए थे। काफी प्रयास के बावजूद न तो हेलीकाप्टर का सुराग झील में मिल रहा था और न ही लापता पायलट और को-पायलट का। काफी मशक्कत से उस जगह को चिह्नित किया गया, जहां हेलीकाप्टर गिरा था। पठानकोट के एक नागरिक ने बताया था कि हेलीकाप्टर गिरने के बाद झील में धमाका हुआ था।