पुंछ में लापता जेसीओ सहित दो और जवानों के शव मिले, नाढ़ खास के जंगल में शहीद जवानों की संख्या चार हुई

दो और जवानों के शव शनिवार को मिले हैं। इनमें एक शव लापता जेसीओ का हो सकता है। वह मुठभेड़ के बाद से ही लापता थे। अब यहां नाढ़ खास के जंगलों में शहीद होने वाले जवानों की संख्या चार हो गई। पहले शहीद हुए दोनों जवान उत्तराखंड के थे।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 07:08 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:02 PM (IST)
पुंछ में लापता जेसीओ सहित दो और जवानों के शव मिले, नाढ़ खास के जंगल में शहीद जवानों की संख्या चार हुई
पेड़ों की आड़ में घात लगाए आतंकियों ने वीरवार देर रात को जवानों पर हमला बोल दिया था।

जम्मू, जेएनएन : पुंछ जिला अंतर्गत पड़ने वाले नाढ़ खास के घने जंगलों में वीरवार देर रात को जहां मुठभेड़ हुई थी, वहां से दो और जवानों के शव शनिवार को मिले हैं। इनमें एक शव लापता जेसीओ का है। वह मुठभेड़ के बाद से ही लापता थे। अब यहां नाढ़ खास के जंगलों में शहीद होने वाले जवानों की संख्या चार हो गई। पहले शहीद हुए दोनों जवान भी उत्तराखंड के थे और आज जिनके शव मिले हैं, वे भी उत्तराखंड के ही हैं।

ज्ञात रहे कि नाढ़ खास इलाके के जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर वीरवार की देर रात को जवानों की एक टुकड़ी ने सर्च आपरेशन शुरू किया। इस दौरान पेड़ों की ओट में पहले से घात लगाए आतंकियों ने जवानों पर हमला बोल दिया और वहां मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल निवासी राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और उत्तराखंड के ही पोखारी चमोली निवासी योगंबर सिंह गंभीर शहीद हो गए थे। हमले वाले दिन जेसीओ सहित जवान के शहीद होने की सूचना फैली। बाद में सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि शहादत पाने वाले दोनों जवान सेना के नायक थे।

जेसीओ और एक अन्य जवान लापता थे। उनकी तलाश घटना के दिन से ही जंगलों में की जा रही थी। इस बीच शनिवार को दो और जवानों के शव मुठभेड़ स्थल से बरामद हुए। उनकी पहचान उत्तराखंड के टिहरी जिला अंतर्गत पड़ने वाले नरेंद्रनगर रामपुर निवासी सूबेदार अजय सिंह और उत्तराखंड के ही पौरी जिले के पिपलसर रिखनीखाल निवासी नायक हरेंद्र सिंह के रूप में हुई है। बता दें कि आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों के आक्रामक रुख से आतंकी बौखलाए हुए हैं। अब वे छिप-छिप कर हमले की रणनीति अपनाने लगे हैं।

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