Black Fungus in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामले, पांच की मौत
डाक्टरों के अनुसार अस्पतालों में उस ऐसे मरीज भी भर्ती हें जिनमें ब्लैक फंगस के लक्षण हैं। उनके टेस्ट जांच के लिए भेजे हें। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। कुल 29 मामलों में से 24 जम्मू संभाग और पांच कश्मीर संभाग के हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण के मामले जहां कम हो रहे हें, वहीं ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं। अब तक 19 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है जबकि दस मरीज अभी संदिग्ध हैं। यही पांच मरीजों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।
जम्मू-कश्मीर में ब्लैक फंगस का पहला मामला बीस मई कोे दर्ज हुआ था। इसके बाद पुंछ के रहने वाले इस मरीज की मौत हो गई थी। इसके बाद कई मरीजों में लगातार ब्लैक फंगस की पुष्टि होत रही। पांच मरीजों की अभी तक इस बीमारी से मौत हो चुकी है। इनमें दो जम्मू, दो कठुआ और एक पुंछ का रहने वाला है। कश्मीर में अभी तककिसी भी मरीज की ब्लैक फंगस से मौत नहीं हुई है। जम्मू संभाग में ही इससे पीड़ित अधिक लोग है। राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू के अलावा मेडिकल कालेज श्रीनगर और शेर-ए-कश्मीर इंस्टीटयूट आफ मेडिकल सांइसेस में इन मरीजों का इलाज चल रहा है।
डाक्टरों के अनुसार अस्पतालों में उस ऐसे मरीज भी भर्ती हें जिनमें ब्लैक फंगस के लक्षण हैं। उनके टेस्ट जांच के लिए भेजे हें। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। कुल 29 मामलों में से 24 जम्मू संभाग और पांच कश्मीर संभाग के हैं। ब्लैक फंगस को जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहले से ही महामारी घोषित कर रखा है। इस बीमारी का अगर कहीं पर भी कोई मामला आता है तो उसकी जानकारी केंद्र सरकार को देनी पड़ती है।
डाक्टरों के अनुसार अस्पतालों में भर्ती मरीजों के इलाज में भी परेशानी आती है। जब तक मरीज में बीमारी की पुष्टि न हो और इसकी जानकारी सरकार को न भेजी जाए तब तक दवा नहीं आती। इसकी दवा की कमी बनी हुई है। अधिकांश मरीज ऐसे हैं जो कि कोरोना से पीड़ित हुए और उन्हें इलाज के दौरान स्टेरायड दिया गया। इस कारण उनकी ब्लड शूगर स्तर बढ़ गया। इससे भी वे ब्लैक फंगी की चपेट में आ गए।